स्कूल में अनुशासन स्थापित करने के नाम पर बच्चों के यूरिनल टॉयलेट के अंदर CCTV लगाकर बच्चों की निजता के हनन करने का एक शर्मनाक और सनसनी खेज मामला हनुमानगढ़ जिले से सामने आया है. राजकीय उच्च माध्यमिक फोर्ट स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों ने बताया कि उनके यूरिनल टॉयलेट में सीसीटीवी कैमरा लग गया है, जिस कारण अब वे स्कूल टाइम में टॉयलेट में नहीं जा पाते हैं. जहां एक ओर सरकार बच्चों को तनाव मुक्त माहौल देने के प्रयास करने का दावा और वादा करती नजर आती है, वहीं हनुमानगढ़ के एक सरकारी स्कूल में ऐसा मामला सरकार और जिम्मेदारों के दावे पर बड़ा सवाल खड़ा करता नजर आ रहा है.
स्कूल प्रिसिंपल ने बताया कारण
सरकारी विद्यालय के यूरिनल टॉयलेट में सीसीटीवी लगे होने का मामला सामने आने के बाद बाल कल्याण समिति और एसडीएमसी सदस्य स्कूल पहुंचे और पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली.
लेकिन उसके एंगल से होने वाली परेशानी के लिए किसी छात्र ने कोई शिकायत नहीं की, जिसके चलते यह मामला संज्ञान में आने में देरी लगी. स्कूल प्रिंसिपल का कहना था कि अभी टेक्निकल आदमी को बुलाकर इस कैमरे को वहां से हटवा दिया जाएगा.
बाल कल्याण समिति ने लिया संज्ञान
बाल कल्याण समिति के एडवोकेट विजय सिंह, एडवोकेट प्रेम शर्मा और महिला सदस्य सुमन सैनी ने बताया कि स्कूल के विद्यार्थियों के परिजनों द्वारा बाल कल्याण समिति को यह शिकायत प्राप्त हुई थी कि स्कूल में बने टॉयलेट में विद्यालय प्रशासन द्वारा सीसीटीवी कैमरा लगवा दिया गया है, जिसके चलते बच्चे स्कूल टाइम में टॉयलेट उसे नहीं करते हैं. बच्चों को सीसीटीवी में वीडियो बनने की शर्म और लाज के चलते हुए टॉयलेट उसे नहीं करते जिसके चलते तनावग्रस्त होकर शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं.
इसके बाद बाल कल्याण समिति ने कल पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए विद्यालय पहुंचे तो विद्यालय के टॉयलेट में कैमरा लगा हुआ पाया गया. इसके बाद विद्यालय प्रशासन को टॉयलेट से कैमरा हटाने की बात कर बाल कल्याण समिति वापस लौट गई थी. बुधवार को स्कूल के प्रिंसिपल और एसडीएमसी सदस्यों से मुलाकात के लिए बाल कल्याण समिति वापस विद्यालय पहुंची तो स्कूल प्रिंसिपल ने गलती से या अनजाने में ठेकेदार द्वारा यह कैमरा लगाए जाने की बात कही. इसके बाद एसडीएमसी बाल कल्याण समिति और स्कूल प्रशासन ने इस कैमरे को टॉयलेट से हटाकर अन्यत्र लगाने की बात पर सहमति जाहिर की.