सरकार के ड्रीम प्रोजक्ट पर खतरा, हरियालो राजस्थान अभियान में 27 लाख की लागत से लगाए पौधे सूखकर बर्बाद  

"हरियालो राजस्थान" अभियान के तहत 27 लाख रुपये की लागत से लगाए गए 2,450 पौधे नगर विकास न्यास (UIT) और ठेकेदार की लापरवाही के चलते पूरी तरह बर्बाद हो गए.

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सूख गए सारे पेड़

Rajasthan News: बाड़मेर जिले में राज्य सरकार द्वारा संचालित "एक पेड़ मां के नाम – आओ बनाएं हरियालो राजस्थान" अभियान के तहत 27 लाख रुपये की लागत से लगाए गए पौधे नगर विकास न्यास (UIT) की लापरवाही के चलते पूरी तरह जलकर नष्ट हो गए. ठेकेदार द्वारा पानी और देखभाल नहीं किए जाने के कारण 30 बीघा जमीन पर लगाए गए 2,450 पौधे पूरी तरह बर्बाद हो चुके हैं. बाड़मेर के जालिपा ग्राम पंचायत में नगर विकास न्यास (UIT) ने एक निजी फर्म को 27.18 लाख रुपये का टेंडर जारी कर पौधारोपण का कार्य सौंपा था.

अभियान के तहत 2450 पौधे लगाए गए थे, लेकिन देखभाल और सिंचाई के अभाव में सभी पौधे सूख गए. जांच में सामने आया कि ठेकेदार ने पौधों को पानी तक नहीं दिया. UIT अधिकारियों ने शुरुआती निरीक्षण तो किया, लेकिन बाद में किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया, जिससे सरकार को लाखों रुपये का नुकसान हो गया.  

सिर्फ कागजों पर हरियालो राजस्थान?  

पौधारोपण के स्थान पर अब सिर्फ कंटीली झाड़ियां खड़ी हैं, जबकि पौधों का नामोनिशान तक नहीं है. सरकार द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए लाखों रुपये खर्च कर वृक्षारोपण अभियान चलाया जाता है, लेकिन उचित मॉनिटरिंग के अभाव में ये अभियान सिर्फ फोटो तक सीमित रह जाते हैं.  

UIT का बयान – कार्रवाई होगी  

इस मामले पर नगर विकास न्यास (UIT) के सचिव श्रवण सिंह राजावत ने बताया कि अभियान के तहत 30 बीघा जमीन पर पौधारोपण किया गया था और ठेकेदार को पौधों की ग्रोथ के आधार पर भुगतान किया जाना था. अब जानकारी मिली है कि सभी पौधे नष्ट हो चुके हैं, ऐसे में संबंधित फर्म के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.  

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सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट पर संकट  

राज्य के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के ड्रीम प्रोजेक्ट "हरियालो राजस्थान" को नगर विकास न्यास (UIT) की लापरवाही भारी पड़ रही है. सरकार द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं. लेकिन ठीक से मॉनिटरिंग न होने के चलते यह पूरा नहीं हो पा रहा है. 

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