Election 2024: राजस्थान में अदावत, हरियाणा में हंसी-मजाक, वायरल हो रही डोटासरा-राठौड़ की मुलाकात

Haryana Election 2024: गोविंद सिंह डोटासरा और राजेंद्र सिंह राठौड़ के बीच अदावत जग जाहिर है. बीते लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में दोनों नेताओं में से कोई भी एक दूसरे पर तीखे बयान देने से पीछे नहीं रहा था. हालांकि हरियाणा चुनाव में जिम्मेदारी मिलने के बाद से डोटासरा ने राठौड़ पर हमला बोलना बंद कर रखा है.

Advertisement
Read Time: 3 mins

Rajasthan News: राजस्थान की सियासत में एक तस्वीर इस वक्त खूब वायरल हो रही है. इसमें भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र सिंह राठौड़ (Rajendra Singh Rathore) और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) मुलाकात करते हुए नजर आ रहे हैं. फोटो में दोनों नेताओं के चेहरे पर हंसी है. डोटासरा हाथ जोड़े हुए राठौड़ से मिलते हैं और फिर दोनों नेता हाथ मिलाते हैं. हरियाणा के हिसार में हुई मुलाकात को लेकर इस वक्त जनता के बीच कई तरह की बातें हो रही हैं. कुछ लोग ये जानना चाह रहे हैं कि दोनों नेताओं के बीच क्या बाते हुईं? जबकि कुछ लोग दोनों नेताओं के बीच की अदावत को लेकर असमंजस में हैं.

डोटासरा-राठौड़ के बीच क्या बात हुई?

भाजपा ने हरियाणा चुनाव के लिए राजेंद्र राठौड़ को प्रवासी प्रभारी बनाया हुआ है. वे कुछ दिनों से वहीं हैं और पार्टी का प्रचार प्रसार करने का कार्य कर रहे हैं. वहीं गोविंद सिंह डोटसरा को कांग्रेस पार्टी ने हरियाणा चुनाव के लिए स्टार प्रचारक नियुक्त किया है. उन्होंने अपने कैंपेन की शुरुआत आज हिसार से की. दोनों नेता एक ही होटल में ठहरे हैं. आज जब डोटासरा और राठौड़ एक दूसरे से टकराए तो सियासी बयानबाजी से इतर दोनों नेताओं ने गर्मजोशी से मुलाकात की. इस दौरान दोनों नेताओं ने हरियाणा के सियासी समीकरणों पर चर्चा की और हंसी मजाक किया. करीब 5 मिनट की मुलाकात के बाद दोनों नेता अपने-अपने काम पर निकल गए.

Advertisement

चुनाव में एक दूसरे पर साधा था निशाना

लोकसभा चुनाव के वक्त दोनों नेताओं की अदावत ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं. डोटासरा ने तो यहां तक कह दिया था कि राजेंद्र सिंह राठौड़ सुपर फ्लॉप हो चुके हैं. अगर चूरू का चुनाव राजेंद्र सिंह राठौड़ हार जाते हैं तो उनका सियासी करियर खत्म हो जाएगा. वहीं राठौड़ ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के एक बयान पर पलटवार करते हुए कहा था कि 'डोटासरा की बात गधे की लात जैसी है. वो जहां भी भाषण देते हैं शुरुआत मुझसे करते हैं और भाषण की समाप्ति भी मुझसे ही करते हैं. मैं उनको धन्यवाद देता हूं कि वह ऐसे बयान देकर मुझे प्रसिद्ध कर रहे हैं.' हालांकि जब से दोनों नेताओं को पार्टी ने नई जिम्मेदारी सौंपी है, उन्होंने एक दूसरे पर कोई बयान नहीं दिया है.

Advertisement

ये भी पढ़ें:- पांडवों की स्थली पर 'आदिवासी अधिकार दिवस' मनाने का विरोध, राजकुमार रोत का 'हिंदू' वाला बयान बना वजह

Advertisement