Rajasthan weather Today: राजस्थान में गर्मी ने तोड़े सभी रिकॉर्ड, 29 -30 मई से राहत मिलने के आसार; मानसून को लेकर आया अपडेट

Rajasthan weather: राजस्थान में पिछले 24 घंटों में जोधपुर, बीकानेर, जयपुर, भरतपुर और कोटा संभाग के अनेक स्थानों पर हीटवेव और उष्ण रात्रि दर्ज की गई.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Rajasthan weather: राजस्थान में नौतपा की शुरुआत हुए दो दिन हो गए हैं. राज्य का तापमान रोज नए रिकॉर्ड बना रहा है. पिछले तीन दिनों से प्रदेश का पारा 49 के पार पहुंच गया है.  लगातार बढ़ रहे तापमान को लेकर राज्य सरकार काफी चिंतित हैं. पिछले 24 घंटों में जोधपुर, बीकानेर, जयपुर, भरतपुर और कोटा संभाग के अनेक स्थानों पर हीटवेव (Severe heatwave)और उष्ण रात्रि(Severe Warm Night)दर्ज की गई.  

Advertisement

फलौदी में सर्वाधिक अधिकतम तापमान49 के पार

सर्वाधिक अधिकतम तापमान फलौदी में 49.8 डिग्री जो सामान्य से 6.7 डिग्री ऊपर दर्ज किया गया. इसी के साथ ही राज्य में न्यूनतम तापमान भी ज्यादातर राज्यों में सामान्य से 2-5 डिग्री ऊपर दर्ज किया गया है.. सर्वाधिक न्यूनतम तापमान कोटा में 36.0 डिग्री दर्ज किया गया है. आने वाले 72 घंटो में जोधपुर, बिकानेर, अजमेर सहित जयपुर संभाग के कुछ भागों में 25 से 35 कि मी प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चलने की संभावना जताई गई है. 

Advertisement

Advertisement

मौसम में 29- 30 मई से मिल सकती है राहत

इसके साथ ही पूर्वी राजस्थान में 29 मई से और पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में 30 मई से अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट दर्ज की जा सकती है. वहीं मौसम विभाग जयपुर ने ताजा जानकारी देते हुए बताया कि आगामी 24 घंटों में राज्य में अधिकतम तापमानों में किसी प्रकार का कोई विशेष परिवर्तन संभावना होने की नहीं है. राज्य में चल रहे तीव्र हीटवेव तथा ऊष्णरात्रि का दौर आगामी 2-3 दिन जारी रहने की प्रबल संभावना है. वहीं सोमवार को राजस्थान के 8 राज्यों का पारा 45 डिग्री से पार जा चुका है. जिसमें फलोदी में 49 डिग्री, बाड़मेर में 49.3 डिग्री , जैसलमेर 48.7डिग्री, पिलानी 48.5 डिग्री,  श्री गंगानगर 48.3 डिग्री और कोटा एवं बीकानेर 48.2  डिग्री, चूरू 48.0 डिग्री  और जयपुर 46.4  डिग्री दर्ज किया गया.

राजस्थान में मानसून रहेगा मजबूत

इसी के साथ ही मानसून को लेकर भी मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने जानकारी दी है. जिसके अनुसार इस साल मानसून के दौरान उत्तर-पश्चिमी भागों में सामान्य बारिश (औसत का 92-108%) तथा मानसून कोर जोन ( वह इलाके जिसमें जुलाई और अगस्त के दौरान बारिश की भिन्नता सालाना आईएसएम की तीव्रता को अच्छी तरह से दर्शाती है) में सामान्य से 6% अधिक होगी. यानी प्रदेश में मानूसन बेहतर और मजबूत स्थिति में दस्तक देगा. वहीं मानसून के दौरान अल नीनो की परस्थितियां भी इस बार नहीं बनेगी. 

Topics mentioned in this article