Heatwave: अजमेर में पिछले 10 दिनों में अलग-अलग जगह 9 लावारिस शव मिलने से हड़कंप मच गया. मंगलवार को 3 लाशें फुटपाथ पर मिलीं. तीनों की मौत गर्मी से होने की आशंका जताई जा रही है, लेकिन अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है. अस्पताल अधीक्षक डॉ. अरविंद खरे का अज्ञात शव के पोस्टमार्टम के सवाल का जवाब सुनकर आप हैरान हो जाएंगे. उनका कहना है की मरीज की मृत्यु होने के बाद मौत के कारणों का पता नहीं लगाया जा सकता.
9 दिन में 14 अज्ञात लाश पोस्टमार्टम हाउस में रखवाए गए थे
जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर अरविंद खरे ने अज्ञात शवों की मृत्यु के कारणों के विषय में पूछा गया . उन्होंने बताया कि फॉरेंसिक डिपार्टमेंट से जानकारी लेने पर उन्हें पता चला कि 20 मई से 29 मई तक 14 अज्ञात शव अस्पताल के चिर घर में रखवाए गए थे.
5 लाशों की हुई शिनाख्त
पांच लाशों की पहचान पुलिस ने कर ली है. बचे 9 लाशों में 4 का पोस्टमार्टम हो चुका है. अब उनका अंतिम संस्कार भी कर दिया जाएगा. 5 अज्ञात लाश आज भी पोस्टमार्टम हाउस में रखे हैं.
लाश का क्लीनिकल सेंस पता नहीं चलता
मौत के कारणों की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि मौत हो जाने के बाद शव का क्लीनिकल सेंस पता नहीं चलता. क्योंकि, बॉडी डेड आती है, इसलिए क्लीनिकल रीजन का पता नहीं चल पाता. मौत गर्मी के कारण से हुई है? या कोई और बीमारी से हुई है? यह बताना मुश्किल होता है. खरे का कहना है कि जब तक मरीज जिंदा है, उस समय ही चेक किया जाता है. मृत्यु होने के बाद मौत के कारणों का पता लगाना मुश्किल होता है कि मौत किन कारणों से हुई है.
कुछ शवों का प्रशासन ने कराया अंतिम संस्कार
अजमेर शहर के गंज थाना, दरगाह थाना, सिविल लाइन थाना, जीआरपी थाना सदर कोतवाली थाना पुलिस ने लावारिस शवों को जवाहरलाल नेहरू अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है. वहां उनकी शिनख्तागी के प्रयास किए जा रहे हैं. वहीं कुछ शवों का पोस्टमार्टम कर प्रशासन ने अपने स्तर पर उनका अंतिम संस्कार करवा दिया है.
लाशों की नहीं हो पाई शिनाख्त
अस्पताल के जारी आंकड़ों के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र से दो लावारिस शव, गंज थाना क्षेत्र से एक, जीआरपी थाना पुलिस ने भी एक लावारिस लाशों को अस्पताल के चीरघर में रखवाया है. अन्य 4 का अस्पताल प्रशासन ने अपने स्तर पर शिनाख्त के प्रयास किए, मगर परिजन नहीं आने पर उनका अपने स्तर पर अंतिम संस्कार करवा दिया है.
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