जयपुर के नाहरगढ़ में 'हिमालयी मेहमान' का स्वागत, बायोलॉजिकल पार्क में ब्लैक बियर के जोड़े की एंट्री

जयपुर के नाहरगढ़ पार्क में 9 साल बाद 'हिमालयन ब्लैक बियर' का जोड़ा पहुंचा है. जम्मू-कश्मीर से आए भालू को 3 हफ्ते क्वॉरेंटाइन में रखा जाएगा. पढ़ें रोहन शर्मा की रिपोर्ट.

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जयपुर में हिमालयन ब्लैक बियर की एंट्री.
NDTV Reporter

Rajasthan News: वन्यजीव प्रेमियों और पर्यटकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है. राजधानी जयपुर के आमेर स्थित नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क (Nahargarh Biological Park) में अब एक नया आकर्षण जुड़ गया है. हिमालयन ब्लैक बियर (काला भालू) का एक जोड़ा. यह जोड़ा जम्मू-कश्मीर (J&K) के जंबो चिड़ियाघर (Jambu Zoo) से एक विशेष एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत देर रात सुरक्षित जयपुर (Jaipur) पहुंचा है. वरिष्ठ वन्यजीव चिकित्सक अरविंद माथुर के नेतृत्व में एक विशेष टीम ने ब्लैक बियर के जोड़े को लंबा सफर तय करवाकर सुरक्षित पार्क पहुंचाया. 

डॉ. माथुर ने बताया कि भालू के जोड़े को केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (CZA) के सख्त वन्यजीव ट्रांसपोर्टेशन प्रोटोकॉल के अनुसार लाया गया. परिवहन के दौरान ब्लैक बियर को किसी भी प्रकार का तनाव या शॉक न लगे, इसके लिए उन्हें विशेष रूप से तैयार किए गए पिंजरों में रखा गया था. ट्रांसपोर्टेशन के दौरान वन्यजीवों के स्वास्थ्य, व्यवहार और खानपान का विशेष ध्यान रखा गया. जयपुर पहुंचने के बाद, पहले ही दिन भालू के जोड़े ने रोटी, दूध, सेब, शहद सहित अपनी पूरी डाइट ली. करीब 9 वर्ष बाद नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में हिमालयन ब्लैक बियर की उपस्थिति पर्यटकों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र बनेगी.

राजस्थान से अन्य वन्यजीव रवाना

यह भालू का जोड़ा एक वन्यजीव एक्सचेंज प्रोग्राम (Exchange Programme) के तहत जयपुर लाया गया है. इसके बदले में नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क से तीन मादा जरख (Hyenas), दो मादा घड़ियाल और दो मादा मगरमच्छ जम्मू-कश्मीर के जंबो चिड़ियाघर भेजे जा रहे हैं. यह विनिमय दोनों पार्कों में वन्यजीवों की आनुवंशिक विविधता को बढ़ाने में सहायक होगा.

कुनबा बढ़ाने की उम्मीद

चिकित्सक अरविंद माथुर ने बताया कि नर हिमालयन भालू की उम्र लगभग ढाई साल है और मादा भालू की उम्र लगभग पौने दो वर्ष है. नए मेहमानों को पहले तीन सप्ताह तक क्वॉरेंटाइन (Quarantine) पीरियड में रखा जाएगा ताकि वे नए वातावरण के अनुकूल हो सकें. इस दौरान उनकी 24x7 मॉनिटरिंग, स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा और विभिन्न प्रकार के सैंपल्स लिए जाएंगे. पार्क प्रबंधन को उम्मीद है कि जिस तरह से नाहरगढ़ में पिछले वर्षों में स्लॉथ बियर (Sloth Bear) का तीन बार सफल प्रजनन हुआ है, उसी तरह हिमालयन ब्लैक बियर का भी सफल प्रजनन और संरक्षण हो पाएगा.

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