फर्जी अभ्यर्थी बनकर जोधपुर से पहुंचा था बिहार, सेंटर संचालक की इस बड़ी चूक से मिली थी AIIMS जोधपुर में एंट्री

जोधपुर एम्स (Jodhpur AIIMS) का छात्र हुकमाराम बिहार के मुजफ्फरपुर के मालीघाट स्थित डीएवी सेंटर में राज पांडे नाम के छात्र की जगह परीक्षा देने गया था.

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Jodhpur News: 5 मई को आयोजित नीट परीक्षा (NEET EXAM)  में फर्जी अभ्यर्थी के तौर पर शामिल हुए जोधपुर एम्स के एमबीबीएस (MBBS) छात्र हुकमाराम को बिहार पुलिस (Bihar police) से नोटिस मिलने के बाद आखिरकार एम्स प्रशासन ने निलंबित कर दिया. दरअसल, जोधपुर एम्स (Jodhpur AIIMS) का छात्र हुकमाराम बिहार के मुजफ्फरपुर के मालीघाट स्थित डीएवी सेंटर में राज पांडे नाम के छात्र की जगह परीक्षा देने गया था. उसकी बायोमेट्रिक जांच में पता चला कि वह राज पांडे की जगह परीक्षा देने आया था और फर्जी अभ्यर्थी था. इसके बाद सेंटर संचालक ने पुलिस को इसकी सूचना दी.

सेंटर संचालक  की बड़ी लापरवाही

सेंटर संचालक ने फर्जी अभ्यर्थी हुकमाराम की सूचना पुलिस को देने के बाद भी परीक्षा में बैठने दिया गया. परीक्षा खत्म होने के बाद उसे पुलिस के हवाले भी नहीं किया गया. इससे सेंटर संचालक पर भी शक पैदा हुआ. फर्जी अभ्यर्थी का मामला सामने आने के बाद बिहार पुलिस ने अपने स्तर पर एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. हाल ही में बिहार पुलिस ने जोधपुर एम्स प्रशासन को हुकमाराम के बारे में जानकारी दी कि वह फर्जी अभ्यर्थी के तौर पर परीक्षा देने बिहार आया है और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई चल रही है.

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4 लाख में तय हुई थी बात

परीक्षा के दौरान आरोपी हुकमाराम ने बिहार परीक्षा केंद्र प्रभारी के सामने लिखित में अपना जुर्म कबूल किया था कि वह राज पांडे की जगह परीक्षा देने आया था. उसने पूछताछ में पुलिस को बताया कि कोटा में उसकी मुलाकात राज पांडे से हुई थी, उसने मुझे परीक्षा देने के लिए कहा था. और 4 लाख देने की बात भी हुई थी. यह सारी बातचीत रजिस्ट्रेशन के समय हुई थी, इसलिए फॉर्म में मेरी फोटो लगाई गई थी. इसके बाद वह परीक्षा देने आया है. फिलहाल हुकमाराम फरार है. बिहार पुलिस के साथ-साथ राजस्थान पुलिस भी हुकमाराम की तलाश कर रही है.

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