Rajasthan: ‘आई लव मोहम्मद’ की राजस्थान में भी गूंज, अजमेर शरीफ दरगाह के सचिव ने पूछा- यह असंवैधानिक या देशद्रोह कैसे

I Love Muhammad Issue: ‘आई लव मोहम्मद’ बैनर का मामला बारावफात के मौके पर कानपुर से शुरू हुआ, जो अब कई राज्यों में पहुंच चुका है.

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अजमेर दरगाह के सचिव सरवर चिश्ती

I Love Mohammad Protest in Ajmer: ‘आई लव मोहम्मद' (I Love Mohammad) बैनर मामले पर अजमेर में विवाद सामने आया है. ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के सचिव सरवर चिश्ती ने कहा कि अगर हम अपने पैगंबर से मोहब्बत का इजहार करते हैं तो यह असंवैधानिक या देशद्रोह कैसे हो सकता है? सरकार ने हर हद पार कर दी है. साथ ही उन्होंने यह भी पूछा कि जब हिंदू समाज भगवान श्रीराम से मोहब्बत जताता है तो क्या बैनर लगाने से पहले प्रशासन से अनुमति लेता है?

सरवर चिश्ती ने पुलिस पर भी उठाए सवाल

सरवर चिश्ती ने सरकार पर उर्दू भाषा के प्रति भेदभाव का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि उर्दू इस धरती की भाषा है, हिंदुस्तान में जन्मी है और इसे निशाना बनाना मुसलमानों और इस्लाम की तारीख से दुश्मनी है. 

चिश्ती ने कहा, "पुलिस की कार्रवाई ने यह भी साबित कर दिया है कि मुसलमान अपने पैगंबर से कितनी मोहब्बत करते हैं और उनकी एकता कितनी मजबूत है. उन्होंने एफआईआर को 'बिना वजह दर्ज की गई कार्रवाई' बताया.

मुस्लिम संगठनों का सवाल- पैगंबर से मोहब्बत गलत कैसे? 

‘आई लव मोहम्मद' बैनर का मामला बारावफात के मौके पर कानपुर से शुरू हुआ, जो अब कई राज्यों में पहुंच चुका है. कानपुर पुलिस ने मुस्लिम समुदाय द्वारा लगाए गए बैनरों को लेकर एफआईआर दर्ज की थी, जिसके बाद यह मामला तूल पकड़ गया. मुस्लिम संगठनों ने इसे धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला करार देते हुए कहा कि पैगंबर मोहम्मद से मोहब्बत का इजहार करना किसी भी रूप में गैरकानूनी नहीं है.

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