जोधपुर में 13 साल के बच्चे को ट्रक ने कुचला, बहनों ने पुलिस के सामने हाथ जोड़े..लेकिन नहीं ले गए अस्पताल 

घटना के बाद टैक्सी चालक ने उसे हॉस्पिटल पहुंचाया, हालांकि उसे बचाया नहीं जा सका. इधर हादसे के बाद पुलिस ने मौके पर विरोध को देखते हुए परिजनों को हटा दिया. इधर सड़क की पानी से धुलाई भी करवा दी.

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मृतक लोकेश और उसकी बहन पुलिस से घायल भाई को अस्पताल ले जाने की मिन्नतें करती हुई.

Jodhpur Accident News: जोधपुर के पांचबत्ती चौराहे के पास स्वतंत्रता दिवस समारोह में हिस्सा लेने के लिए जा रहे छात्र की बाइक को ट्रक ने कुचल दिया. हादसे में पांचबत्ती के निकट नेहरू कॉलोनी के रहने वाले 13 साल के लोकेश की मौत हो गई. लोकेश अपने दो बहनों का इकलौता भाई था. हादसे के बाद परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. इधर इस हादसे के बाद कई सवाल भी खड़े होने लगे हैं. जिस रूट से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सहित VVIP निकलने वाले थे वहां पर इस तरह का हादसा कैसे हो गया. 

इसको लेकर NDTV संवाददाता अरुण हर्ष ने मौके पर जाकर मृतक की बहन कोमल से बात की.  कोमल ने बताया कि आज सुबह की उनका भाई स्वतंत्रता दिवस समारोह में हिस्सा लेने के लिए रवाना हुआ था, लेकिन यह हादसा हो गया. इसके बाद पुलिस भी उसे हॉस्पिटल लेकर नहीं गई. मुख्यमंत्री मेरे परिवार से मिलने तक नहीं आए, जबकि वो इस कार्यक्रम के लिए जोधपुर आए हुए थे.

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इकलौता भाई इस दुनिया से चला गया

कोमल रोते हुए बोली उसके भाई ने  किसी का क्या बिगाड़ा था. उसका इकलौता भाई इस दुनिया से चला गया. उसकी शक्ल इतनी सुंदर थी जिसका हादसे के बाद चेहरा भी देखने लायक नहीं बचा. परिजनों का कहना है कि इस रूट पर इतनी सुरक्षा के बाद भी एक ट्रक कैसे निकल गया. इसमें पुलिस को कार्रवाई करनी चाहिए. 

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सड़क की पानी से धुलाई भी करवा दी

गौरतलब है कि आज सुबह स्वतंत्रता दिवस समारोह के हिस्सा लेने के लिए लोकेंद्र अपने चार दोस्तों के साथ नेहरू कॉलोनी पांचबत्ती चौराहे स्थित घर से निकला था. लोकेंद्र बाइक पर बैठा था. घर से करीब 1 किलोमीटर आगे निकलते ही मुख्य रेजिडेंसी रोड की सड़क पर ट्रक ने बाइक को चपेट में ले लिए. जिससे लोकेंद्र की मौत हो गई. घटना के बाद टैक्सी चालक ने उसे हॉस्पिटल पहुंचाया, हालांकि उसे बचाया नहीं जा सका. इधर हादसे के बाद पुलिस ने मौके पर विरोध को देखते हुए परिजनों को हटा दिया. इधर सड़क की पानी से धुलाई भी करवा दी.

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लोगों ने किया विरोध 

घटना के बाद परिजन और समाज के लोगों ने विरोध जताना शुरू कर दिया. स्वतंत्रता दिवस का समारोह खत्म होने के बाद जब मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सर्किट हाउस से एयरपोर्ट के लिए निकलने लगे तो लोगों ने उनका घेराव करने के लिए पांचबत्ती चौराहे पर इकट्ठा हो गए. इसे देखते हुए पुलिस ने वैकल्पिक रास्ते से मुख्यमंत्री को एयरपोर्ट तक पहुंचाया. 

मुख्यमंत्री का पुतला भी दहन किया

इसका पता चलने के बाद प्रदर्शन कर रहे  लोग और ज्यादा गुस्सा गए और उन्होंने मुख्यमंत्री का पुतला भी दहन किया और नारेबाजी की. मौके पर पूर्व शहर विधायक मनीषा पंवार, कांग्रेस नेता करण सिंह उचियारड़ा, राजेंद्र सिंह सोलंकी, कुंती देवड़ा आदि पहुंच गए. बाद में विरोध बढ़ता देख शहर विधायक अतुल भंसाली, राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत, भाजपा जिला अध्यक्ष राजेंद्र पालीवाल भी धरना स्थल पर पहुंचे और परिजनों से समझाइश की.  इसके बाद 11 लाख रुपए की सरकार से सहायता से दिलवाने,  मृतक लोकेंद्र के परिवार में से किसी एक सदस्य को संविदा पर नौकरी देने और इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवाने का आश्वासन दिया. इस पर धरना समाप्त किया गया.

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