कुवैत में 500 भारतीय मजदूरों को घर से निकाल कर स्कूल में किया बंद, छुपते फिर रहे वागड़ के 2 लाख मजदूर

कुवैत में बनैद अल गर शहर के इस्तिकलाल में इमारत 17 और 18 लाइट काटने के बाद अब कुवैत पुलिस ने उन इमारतों में रहने वाले 500 भारतीय मजदूरों को पकड़ लिया है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Rajasthan News: कुवैद के मंगाफ शहर की 6 मंजिला इमारत में आग लगने के बाद वहां की सरकार ने सख्ती की है. कुवैत में बनैद अल गर शहर के इस्तिकलाल में इमारत 17 और 18 लाइट काटने के बाद अब कुवैत पुलिस ने उन इमारतों में रहने वाले 500 भारतीय मजदूरों को पकड़ लिया है. कुवैत सरकार के आंतरिक और राज्य मंत्रालय ने भारतीय मजदूरों को पकड़ते हुए वीडियो जारी किया. भारतीय मजदूरों ने बताया कि, पुलिस ने रविवार को 500 लोगों को पकड़ा है और उन्हें कुवैत की एक स्कूल में बंद कर रखा है. वहीं पकडे़ गए मजदूरों में ज्यादातर मजदूर राजस्थान के डूंगरपुर-बांसवाड़ा के है. जबकि बनैद अल रहने वाले अन्य मज़दूर पुलिस के डर से इधर-उधर छुप रहें है. 

भारतीय मजदूरों ने बताया कि, कुवैत पुलिस की तरफ़ से मजदूरों की करवाई से डरे हुए हैं. गलियों, सड़क पर, होटल के बाहर छुपते फिर रहे है. अगर आपबीती का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाला या परिवारवालों से शेयर किया तो गिरफ्तारी भी हो सकती है.

Advertisement

कुवैत मंत्रालय ने मजदूरों को पकड़ने का वीडियो किया जारी 

आंतरिक और राज्य मंत्रालय की तरफ़ सोशल मीडिया पर जारी वीडियो में कुवैत पुलिस भारतीय मजदूरों को इमरतों में घुसकर पकड़ रही है. इसके बाद उन्हें बस में बिठाकर लेकर जा रही है. मजदूरों को स्कूल के हॉल में बंद कर रखा है. वीडियो में मज़दूर कुवैत सरकार द्वारा दिया खाना खाते  नज़र आ रहे है. मजदूरों के कुवैत में पकडे जाने की ख़बर सुन परिवार के लोगों चिंतित है. उनके घर वालों ने बताया कि, उनसे कोई संपर्क नहीं हो रहा है. पता नहीं उन्हें कहा बंद कर रखा है. कुवैत में रहने वाले रिश्तेदारों को पकड़ने जाने की सूचना दी है. वहीं प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी से जल्द छुड़वाने और वापस भारत लाने की अपील की है. जबकि कुवैत पुलिस द्वारा पकड़े गए मजदूरों के जल्द भारत भेजने की तैयारी कर रही है. कुवैत के नियमों अनुसार के एक बार पकड़ा गया व्यक्ति दोबारा कुवैत नहीं जा सकता है. 

Advertisement

कुवैत में वागड़ के 2 लाख मज़दूर 

डूंगरपुर -बांसवाड़ा के क़रीब 2 लाख लोगों कुवैत में रोज़गार के लिए गए हुए है. ज़्यादातर लोगों मज़दूरी करते है. कुवैत में भारत के मुक़ाबले मज़दूरी करने पर अच्छा पैसा मिलता है. वहां का एक दीनार(मुद्रा) यानी की 273 रुपया होता है. अग्निकांड के बाद से कुवैत सरकार की सख़्ती के बाद से यहां के लोग डर हुए हैं और कुवैत से भारत आ रहें है. इस घटना के बाद से कुवैत से भारत आने वाली फ्लाइट की रेट भी चार गुना हो गई है. फ्लाइट की टिकट  50 हज़ार से 70 हज़ार पहुंच गई है. 

Advertisement

यह था पूरा मामला 

कुवैत में एक रिहायशी इमारत में आग लग गई. जिसमें 50 लोगों की मौत हो गई. जिसमें 46 भारतीय शामिल थे. उसके बाद कुवैत सरकार ने पुरानी और असुरक्षित इमरतों को ख़ाली करवा रही है और उनमें रहने वाले लोगों को बेघर कर रही है और पकड़कर बंद कर रही है. जिस शहर में इमारतों को ख़ाली किया जा रहा है. उनमें ज़्यादातर भारतीय मज़दूर रहते है. ऐसे में कुवैत में रहने वाले भारतीय सहमें हुए हैं. उन्होंने भारत सरकार से सुरक्षा देने की मांग की है.

यह भी पढ़ेंः अजमेर में प्लास्टिक कारोबारी का दिनदहाड़े अपहरण, 20 लाख रुपए लेकर छोड़ा, पुलिस कर रही जांच