Income Tax Department raid in Alwar: अलवर जिले के मत्स्य औद्योगिक क्षेत्र स्थित शराब बनाने वाली विंटेज डिस्टिलर लिमिटेड (Vintage Distiller Limited) नाम की कंपनी पर दिल्ली की आयकर विभाग (Income Tax) की करीब 10 टीमों ने आज रेड मारी. इनकम टैक्स की रेट के बाद कंपनी में हड़कंप मच गया और बताया जा रहा है कि अलवर में 3 स्थानों पर यह रेड चल रही है. यह तीनों ठिकाने इस कंपनी से जुड़े हुए हैं. इस कंपनी के धारूहेड़ा स्थित एक प्लाट पर भी यह कार्रवाई की गई.
बताया जाता है कि यह कंपनी कच्ची शराब बनाती है और शराब बनाकर राजस्थान सरकार के आबकारी विभाग को सप्लाई करती है. टीम द्वारा अलवर और धारूहेड़ा स्थित दोनों फैक्ट्रियों के अलावा फैक्ट्री के सभी डायरेक्टर और प्रमुख लोगों के घरों पर भी रेड चल रही है.
इनकम टैक्स विभाग की 10 से ज्यादा टीम पहुंची
राजस्थान सरकार के आबकारी विभाग को कच्ची शराब सप्लाई करने वाली विंटेज डिस्टिलर लिमिटेड नाम की शराब कंपनी के सभी ठिकानों पर शनिवार को इनकम टैक्स विभाग की 10 से ज्यादा टीम पहुंची. राजस्थान और हरियाणा के अलग-अलग ठिकानों पर इनकम टैक्स की टीम के साथ बड़ी संख्या में पुलिस बल की भी मौजूदगी रही.
सुबह से चल रही कार्रवाई
अलवर के अपना घर शालीमार सोसायटी और अलवर शहर के काला कुआं कॉलोनी में भी कंपनी से जुड़े हुए लोगों के घरों पर आयकर विभाग की टीम पहुंची. साथ ही कंपनी के एक दूसरी धारूहेड़ा स्थित फैक्टरी पर भी रेड मारी गई. इसके अलावा गुरुग्राम के साथ कंपनी के डायरेक्टरों के अन्य ठिकानों पर भी इनकम टैक्स की टीम पहुंची. सभी जगह शनिवार की सुबह से ही कार्रवाई चल रही है.
इनकम टैक्स विभाग द्वारा खंगाली जा रही डिटेल
इनकम टैक्स के अधिकारियों ने बताया कि कंपनी के दस्तावेजो की जांच हो रही है. इस दौरान कंपनी के पास मिले स्टॉक साथ ही कंपनी द्वारा तैयार होने वाले माल का स्टॉक को भी चेक किया गया है. कंपनी के डायरेक्टर के फोन लैपटॉप को इनकम टैक्स विभाग की आईटी टीम चेक कर रही है. आयकर विभाग की टीम ने सभी के मोबाइल फोन को जब्त कर लिए है. मोबाइलों से भी उनकी डिटेल खंगाली जा रही है.
फाइलों को किया जा रहा चेक
इनकम टैक्स के अधिकारियों ने बताया कि जब तक रेड की प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाने तक जांच पड़ताल चलती रहेगी. इस दौरान कंपनी के सभी डायरेक्टर से पूछताछ चल रही है. सभी जगह पर इनकम टैक्स विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर स्टार के अधिकारियों को तैनात किया गया है. उन्होंने कहा कि अभी तक किसी भी तरह का आकलन भी नहीं हो पाया है. फाइलों को चेक करने की प्रक्रिया चल रही है. साथ ही सभी रिकार्ड को सीज किया जाएगा. सभी रिकार्ड को आगे चेक करने का काम चलेगा.
इस कारोबार में वैभव गहलोत का रहा है नाम
अलवर पुलिस की भी इसमें पूरी मदद ली गई है. कंपनी के मुख्य डायरेक्टर विनय कुमार जैन है. जबकि इसके अलावा अन्य 10 डायरेक्टर हैं. दोनों कंपनियां देसी शराब बनाती हैं. उसके बाद इस शराब को गंगानगर शुगर मील और राजस्थान स्टेट बेवरेज कॉरपोरेशन लिमिटेड को सप्लाई करती है. शराब के कारोबार में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत का हमेशा से नाम रहा है. इसलिए इस कार्रवाई को खासा अहम माना जा रहा है. हालांकि इनकम टैक्स विभाग के अधिकारी अभी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.
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