India-Pakisthan Conflict: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों की बर्बरता से पूरे देश में उबाल मचा हुआ है. हर कोई पाकिस्तान और आतंकियों से बदला लेने की मांग कर रहा है. वहीं भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाना शुरू कर दिया है. जहां एक ओर केंद्र सरकार ने सिंधु समझौते पर तत्काल रोक लगा दी है. वहीं अटारी बॉर्डर को बंद कर दिया गया है. इतना ही नहीं पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने के लिए 27 अप्रैल तक का वक्त दिया गया है. इस बीच भारत सरकार ने भारतीय लोगों से भी पाकिस्तान की यात्रा न करने की अपील की है.
पाकिस्तान से जल्द लौटें भारत
भारत सरकार ने देश के उन लोगों से अपील की है जो पाकिस्तान यात्रा करने जा रहे हैं. सरकार ने अपील की है कि भारतीय लोग पाकिस्तान की यात्रा न करें और जो लोग पाकिस्तान में हैं, उन्हें जल्द से जल्द वापस लौटने की योजना बनानी चाहिए, यानी वह जितनी जल्दी हो भारत वापस लौट जाएं.
पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे का वक्त
भारत सरकार ने 23 अप्रैल को आदेश जारी करते हुए कहा था कि पाकिस्तान नागरिकों को 72 घंटे के अंदर भारत छोड़ना होगा. ऐसे में पाकिस्तान के नागरिकों को 27 अप्रैल तक भारत छोड़ना होगा. यानी अब उनके पास केवल 48 घंटे हैं. इसके बाद उनका वीजा रद्द समझा जाएगा. वहीं मेडिकल वीजा पर जो लोग पाकिस्तान से आए हैं उन्हें 29 अप्रैल तक का वक्त दिया गया है.
वहीं, विदेश सचिव विक्रम मिस्री के अनुसार, पाकिस्तानी नागरिकों को दक्षेस (SAARC) वीजा छूट योजना (SVES) के तहत भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
आपको बता दें, सरकार के निर्देशों के बाद सभी भारत-पाक सीमा सील कर दिये गए हैं, जबकि देश की पूरी सेना अलर्ट पर है. वहीं बॉर्डर सील होने के बाद भारतीय नागरिक जो पाकिस्तान जाने की तैयारी में थे उनके लिए भी परेशानी बढ़ गई है. कुछ भारतीय नागरिक भी गुरुवार को ICP पहुंचे, जिनमें गुजरात का एक परिवार भी शामिल था, जो कराची में अपने रिश्तेदारों से मिलने जाना चाहता था. परिवार के एक बुजुर्ग सदस्य ने कहा, ‘‘हमें दो महीने पहले वीजा मिला था. हालांकि जब उन्हें बताया गया कि अटारी-वाघा सीमा मार्ग बंद कर दिया गया है, तो बुजुर्ग व्यक्ति ने कहा कि अगर ऐसा है तो वे घर लौटने को तैयार हैं.
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