Rajasthan News: राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. घग्गर नदी में पानी का स्तर अचानक बढ़ने के बाद प्रशासन ने अनूपगढ़ तहसील के दो गांवों को खाली कराना शुरू कर दिया है. नदी का पानी शनिवार को अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बनी मजनू पोस्ट तक पहुंच गया, जिससे हालात गंभीर हो गए हैं.
लोगों को सुरक्षित निकालने का काम जारी
घग्गर नदी में पिछले दो दिनों में पानी की आवक में करीब 1000 क्यूसेक की बढ़ोतरी हुई है, और अब यह 6000 क्यूसेक तक पहुंच गया है. खतरे को देखते हुए प्रशासन ने बिना किसी देरी के कार्रवाई शुरू कर दी है. अनूपगढ़ के एसडीएम सुरेश राव ने स्वयं बॉर्डर क्षेत्र का दौरा किया और हालात का जायजा लिया. उनके निर्देश पर गांव 28A और पुराना बिजोर के ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है.
पहले पलायन के लिए राजी नहीं थे 150 परिवार
एसडीएम सुरेश राव ने बताया कि घग्गर नदी के बहाव क्षेत्र में होने के कारण ये दोनों गांव सबसे ज्यादा जोखिम में हैं. पुराना बिजोर एक निचले इलाके में है, जहां लगभग 100 घर हैं, जबकि गांव 28 ए में 50 घरों की बस्ती है. इन गांवों के लोगों को पहले भी बाढ़ के खतरे से अवगत कराया गया था और उन्हें 5 एमएसआर गांव में जगह दी गई थी, लेकिन तब वे पलायन के लिए राजी नहीं हुए थे. इस बार, पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है और प्रशासन किसी भी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहता. ग्रामीणों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया जा रहा है, ताकि कोई जानमाल का नुकसान न हो.
बहाव क्षेत्र में खड़ी फसलों को भी हुआ नुकसान
नदी का पानी केवल गांवों के लिए ही नहीं, बल्कि कृषि क्षेत्र के लिए भी खतरा बन गया है. बहाव क्षेत्र में खड़ी कपास, मूंग और ग्वार जैसी फसलें डूबने लगी हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान होने की आशंका है. प्रशासन ने नदी के प्राकृतिक बहाव में बाधा डालने वाले सभी अवैध बांधों को हटाने के भी निर्देश दिए हैं, ताकि पानी आसानी से निकल सके और स्थिति और खराब न हो. प्रशासन और स्थानीय लोग मिलकर इस चुनौती से निपट रहे हैं और सभी को सुरक्षित रखने के प्रयास कर रहे हैं.
(Reported & Written By - Deepak Agarwal, Anupgarh)
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