INS ब्रह्मपुत्र हादसे में झुंझुनूं का लाल शहीद, कल डांगर गांव पहुंचेगा पार्थिव शरीर

21 जुलाई को आईएनएस ब्रह्मपुत्र हादसे में झुंझुनूं के सितेंद्र सिंह शहीद हो गए. 24 जुलाई को सुबह 3 बजे सितेंद्र सिंह सांखला का शव नेवी के गोताखोरों ने निकाला.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
फाइल फोटो

INS Brahmaputra Ship Fire: बीते दिनों जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों से मुठभेड़ में झुंझुनूं के दो जवानों के बाद शहीद होने के बाद आज चिड़ावा के डांगर गांव का एक और जवान देश की सेवा करते हुए शहीद हो गया है. 21 जुलाई को मुंबई के नेवी डॉकयार्ड में मेंटेनेंस के लिए खड़े INS ब्रह्मपुत्र में आग लग गई थी. इस हादसे में झुंझुनूं जिले के डांगर का एक जूनियर नाविक शहीद हो गया.

2018 में सितेंद्र नाविक के पद हुए थे भर्ती

अधिकारियों के अनुसार, जब ये हादसा हुआ. तब मल्टी रोल फ्रिगेट नेवल डॉकयार्ड में मरम्मत का काम चल रहा था. हादसे में 23 वर्षीय शहीद जवान सितेंद्र सिंह झुंझुनूं जिले की चिड़ावा तहसील के गांव डांगर गांव का रहने वाला था. गुरुवार को शहीद का पैतृक गांव डांगर में सैन्य सम्मान से अंतिम संस्कार किया जाएगा. सितेंद्र सिंह 2018 में नेवी में नाविक के पद पर भर्ती हुए थे.

3 महीने पहले गांव आए थे सितेंद्र सिंह

वह अभी 3 महीने पहले मार्च में ही चचेरे भाई की हादसे में मौत के बाद सितेंद्र सिंह गांव आकर गए थे. गांव के लोगों ने बताया कि सितेंद्र सिंह काफी मिलनसार और हंसमुख मिजाज के थे. परिवार में पिता पूर्ण सिंह और माता प्रेम देवी हैं, जो कि गांव में ही रहते हैं. आजीविका खेती-बाड़ी पर निर्भर है. सितेंद्र का एक बड़ा भाई मनेन्द्र सिंह है, जो जोधपुर में एक प्राइवेट संस्थान में टीचर हैं और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है.

कल पैतृक गांव आएगा पार्थिव शरीर

नेवी जवान सत्येन्द्र सिंह के मामा ने बताया कि 21 जुलाई को आईएनएस ब्रह्मपुत्र के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद अगले दिन नेवी के अधिकारियों ने सूचना दी कि दुर्घटना के बाद से ही सितेंद्र सिंह लापता हैं. उसकी तलाश की जा रही है. 24 जुलाई को सुबह 3 बजे सितेंद्र सिंह सांखला का शव नेवी के गोताखोरों ने निकाला. नेवी जवान सितेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर आज शाम तक दिल्ली और उसके बाद गुरुवार सुबह 10 बजे तक सड़क मार्ग से उनके पैतृक गांव डांगर लाया जाएगा. 

Advertisement

डांगर में सैनिक सम्मान से शहीद सितेंद्र सिंह सांखला का अन्तिम संस्कार किया जाएगा. शहीद के सम्मान में गुरुवार सुबह तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी. बता दें कि इससे पहले जम्मू-कश्मीर के डोडा शहर से करीब 55 किमी दूर हुए आतंकी मुठभेड़ में झुंझुनूं के अजय नरुका और  बिजेंद्र सिंह शहीद हो गए थे. 

यह भी पढे़ं- झुंझुनूं : शहीद अजय सिंह 18 जुलाई को आने वाले थे घर, एक दिन पहले आया पार्थिव शरीर

Advertisement