Rajasthan News: राजस्थान के शाहजहांपुर में दो युवकों के शव दो अलग-अलग कुओं में मिलने से हड़कंप मच गया है. मृतकों में से एक की पहचान आईआरएस (IRS) अधिकारी निर्भय नारायण सिंह के भाई अशोक सिंह के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश के बलिया में बजाज दोपहिया वाहन एजेंसी चलाते थे. उनके साथ उनके एक कर्मचारी विकास कुमार का शव भी बरामद हुआ है. पुलिस को यह मामला ऑनलाइन ठगी से जुड़ी हत्या का लग रहा है और मामले की गहन जांच चल रही है.
जनरेटर खरीदने गए थे
बलिया में बजाज शोरूम चलाने वाले अशोक सिंह 19 सितंबर से लापता थे. उनके आईआरएस भाई ने बलिया पुलिस थाने में अपने भाई के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. उन्होंने बताया कि अशोक सिंह को ऑनलाइन सर्च के दौरान जयपुर में सस्ते जनरेटर मिलने की जानकारी मिली थी, जिसके बाद वे अपने प्रतिष्ठान के मिस्त्री विकास कुमार के साथ बिना परिवार को बताए जयपुर के लिए निकल गए थे. लेकिन परिवार ने कई बार उनसे संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनका फोन बंद आ रहा था.
क्रेन से निकाले गए शव
इसके बाद बलिया पुलिस ने उनके मोबाइल फोन की लोकेशन ट्रेस करना शुरू किया, जिसकी लोकेशन पहले कोटपूतली और बहरोड़ में मिली और अंत में शाहजहांपुर क्षेत्र में स्थिर हो गई. बलिया पुलिस ने तुरंत शाहजहांपुर पुलिस से संपर्क किया और दोनों पुलिस टीमें मिलकर जांच में जुट गईं. इसी दौरान, शाहजहांपुर पुलिस को जौनायचाखुर्द और सांसेडी गांवों में कुओं से तेज दुर्गंध आने की सूचना मिली. पुलिस ने विशेषज्ञ टीम और क्रेन की मदद से दोनों कुओं से शवों को बाहर निकाला.
किससे मिलने आए थे अशोक?
पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि दोनों युवकों की हत्या कर उनके शवों को अलग-अलग कुओं में फेंका गया था. पुलिस अब इस मामले को गंभीरता से ले रही है और हर एंगल से जांच कर रही है. सबसे बड़ा शक यह है कि यह मामला ऑनलाइन ठगी से जुड़ा हो सकता है. पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि अशोक सिंह किससे मिलने आए थे और उन्हें इस सुनसान इलाके तक किसने बुलाया था.
साइबर एंगल पर काम कर रही पुलिस
थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस साइबर एंगल पर काम कर रही है और आरोपियों की तलाश जारी है. उन्होंने आश्वासन दिया है कि जल्द ही इस पूरे मामले का खुलासा कर दिया जाएगा.
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