Rajasthan Politics: 'NDA ने सरकार तो बना ली, पर आगे क्या होगा कहना मुश्किल', बोले सचिन पायलट

Sachin Pilot Press Conference: कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और टोंक से विधायक सचिन पायलट ने कहा है कि बीजेपी की सरकार दो बड़े दलों के सहयोग पर टिकी है.

Advertisement
Read Time: 4 mins

Rajasthan News: राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने बुधवार को जयपुर (Jaipur) में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को सदन में विपक्ष का नेता (Leader of Opposition) चुने जाने पर हार्दिक बधाई दी. साथ ही राजस्थान में बीजेपी की नई सरकार (Bhajanlal Govt) पर निशाना साधते हुए आगामी महीनों में होने वाले उपचुनाव (Rajasthan Assembly By-election) को लेकर कांग्रेस (Congress) की रणनीति का खुलासा किया.

'अमन, चैन, प्यार वाली सोच को मिली ताकत'

पायलट ने कहा, "राहुल गांधी को सदन में नेता विपक्ष चुने जाने से कांग्रेस ही नहीं, बल्कि पूरा विपक्ष ऊर्जा से भर गया है. राहुल गांधी ने सरकार को हमेशा चुनौती दी और पारदर्शिता के लिए संघर्ष किया. सड़क से लेकर संसद तक राहुल गांधी ने लोगों की आवाज बनने का काम किया है. उनके नेता प्रतिपक्ष बनने से विपक्ष की उम्मीदें बढ़ी हैं."

"उन करोड़ों लोगों के अंदर विश्वास पैदा हुआ है, जिन्होंने लोकतंत्र को जीवित रखने के लिए इंडिया अलायंस को वोट दिया था. अब सभी की उम्मीद बंधी है कि सदन के अंदर राहुल गांधी मजबूती से सच की लड़ाई लड़ने का काम करेंगे. राहुल गांधी के नेता प्रतिपक्ष बनने से न सिर्फ कांग्रेस के ताकत मिली है, बल्कि उस सोच को भी ताकत मिली है जिससे अमन, चैन, प्यार, भाईचारा और संविधान को सुरक्षित रखने का काम करती है."

'एनडीए ने सरकार तो बना ली, पर आगे क्या होगा, कहना मुश्किल'

लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव पर सचिन पायलट ने आगे कहा, 'इस मामले में सरकार का रवैया ठीक नहीं था. अभी इस पर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है कि आगे क्या होगा. मगर, परंपरा यह होता है कि अगर स्पीकर बिना चुनाव के चुना जाता है तो डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को दिया जाता है. यूपीए की सरकार थी तब डिप्टी स्पीकर हमेशा विपक्ष के पास था. 

Advertisement

"ये सरकार गठबंधन की सरकार है. किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है. भाजपा जब चुनाव में गई थी तब उनके 303 सांसद थे. आज उनके सिर्फ 240 सांसद हैं. लगभग 65 सांसद बीजेपी के कम हुए हैं. कांग्रेस के पहले 54 सांसद थे, आज 102 सांसद हैं."

"हमारा संख्याबल दोगुना हुआ है. एनडीए ने सरकार तो बना ली है, लेकिन भविष्य में क्या होगा ये कोई नहीं जानता. दो बड़े सहयोगियों के सहयोग से सरकार बनी है. आगे क्या स्थिति बनेगी, ये कह पाना मुश्किल है. मैं बस यही उम्मीद कर रहा हूं कि लोकसभा के स्पीकर निष्पक्षता से काम करेंगे और प्रत्येक दल के प्रत्येक सदस्य को बराबरी का मौका देंगे."

'देश के युवाओं में भ्रम और आक्रोश की स्थिति'

इस मौके पर सचिन पायलट ने राजस्थान की भजनलाल सरकार पर भी निशाना साधने का मौका नहीं छोड़ा.

नीट परीक्षा को मुद्दा बनाते हुए टोंक विधायक पायलट ने कहा, "नीट यूजी परीक्षा को लेकर देश के युवाओं में आक्रोश और भ्रम का माहौल है. सरकार से लोगों का भरोसा उठ गया है. समस्या का समाधान करने की बजाय यह सरकार बस लीपापौती करने का काम कर रही है. आजादी के बाद पहली बार ऐसा देखा जा रहा है जब देश में इतनी बढ़ी संख्या में बेरोजगारी है."

राजस्थान की नई सरकार से उम्मीद है कि वो इन युवाओं को रोजगार देने के जल्द से जल्द कोई ठोस कदम उठाएगी. युवा देश का भविष्य हैं, जिन्हें कांग्रेस सरकार ने हमेशा आगे बढ़ाने का कार्य किया है. इस बार के लोकसभा चुनाव में भी मेरे कहने राहुल गांधी ने युवाओं को मौका दिया, जिसका असर यह रहा कि भाजपा एक दशक बाद 14 सीटें हार गई. मैं विश्वास दिलाता हूं कि आगामी उपचुनाव में भी हम युवाओं को मौका देंगे और उन्हें आगे बढ़ाने का काम करेंगे."

Advertisement

ये भी पढ़ें:- लगातार दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष चुने गए ओम बिरला, पीएम मोदी-राहुल गांधी ने दी शुभकामनाएं