IT Raid In Rajasthan: जयपुर में तीन कारोबारियों के ठिकानों पर आयकर विभाग (IT Raid) की कार्रवाई के दौरान जांच में आयकर विभाग को भारी मात्रा में ज्वेलरी, करोड़ों रुपये नकद, विदेशी निवेश और हवाला कारोबार से जुड़े अहम सबूत मिले हैं. इसके अलावा, शनिवार को आयकर अधिकारियों को 24 लॉकरों की जानकारी मिली थी, जिन्हें तत्काल सील कर दिया गया. इन लॉकरों को खोलने के लिए अब वारंट जारी किए गए हैं.
जांच में खुलासा हुआ है कि ये कारोबारी बड़े पैमाने पर नकदी का उपयोग कर टैक्स चोरी कर रहे थे. हर लेनदेन में बड़ी मात्रा में नकद राशि का इस्तेमाल किया जाता था, जिससे सरकारी कर प्रणाली को चकमा दिया जा सके. आयकर विभाग ने कई डिजिटल दस्तावेज और पेन ड्राइव भी जब्त किए हैं, जिनमें हवाला नेटवर्क और काले धन की जानकारी दर्ज होने की आशंका है.
करीब 5 करोड़ की नकदी और 6 करोड़ रुपये की ज्वेलरी जब्त
मंगलवार को आयकर विभाग ने बताया है कि जांच के दौरान 4 करोड़ 72 लाख रुपये की नकदी और 6 करोड़ 52 लाख रुपये की ज्वेलरी जब्त की गई है. इसके अलावा, आयकर विभाग को 25 लाख रुपये की विदेशी मुद्रा भी मिली है. यह पूरी कार्रवाई आशादीप ग्रुप से जुड़े ठिकानों पर की गई थी, जिसमें बड़े पैमाने पर नकदी के उपयोग के सबूत सामने आए हैं.
कारोबार में करते थे नकदी का इस्तेमाल
जांच में खुलासा हुआ कि आशादीप ग्रुप के कारोबार में हर डील में करीब 30% नकदी का इस्तेमाल किया जाता था. जांच के दौरान सामने आया है कि एक प्रमुख कर्मचारी नकदी के लेनदेन की पूरी डिटेल रख रहा था. आयकर विभाग को पेन ड्राइव और हार्ड डिस्क में कैश ट्रांजैक्शन से जुड़े अहम डेटा मिले हैं, जिन्हें जब्त कर क्लोन तैयार किए गए हैं. इसके जरिए बीते कुछ दिनों में हुए लेनदेन की पूरी जानकारी विभाग के हाथ लग गई है.
सिर्फ 8 दिनों में 10 करोड़ रुपये के नकदी लेनदेन
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि सिर्फ 8 दिनों में 10 करोड़ रुपये के नकदी लेनदेन का खुलासा हुआ है. इसके अलावा, जांच में सामने आया कि 14 करोड़ रुपये की एक जमीन का इकरारनामा किया गया था, जिसमें पूरी रकम नकद दी गई थी. इस छापेमारी में कई अन्य अहम दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं, जो आयकर नियमों के उल्लंघन की पुष्टि करते हैं. अब विभाग इन दस्तावेजों और डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर आगे की जांच कर रहा है