Rajasthan: जैन समाज एक अनूठी पहल शुरू करने जा रहा है. जैन समाज मोबाइल का मौन व्रत अभियान शुरू करेगा. बच्चों और युवाओं को मोबाइल से होने वाली समस्या के बारे में बताया जाएगा. सप्ताह में एक दिन मोबाइल का त्याग करें, इसके लिए प्रेरित करेंगे. मुनि समत्वसागर ने इंजीनियरिंग की थी. विदेश में नौकरी कर रहे थे. उनका सालाना पैकेज ढाई करोड़ रुपए था . 10 साल पहले उन्होंने नौकरी छोड़कर अध्यात्म के मार्ग पर चल पड़े.
मोबाइल एडिक्शन से कोई अछूता नहीं
मुनि समत्वसागर ने युवाओं से पूछा था कि आप कहीं ड्रग्स की तरह मोबाइल एडिक्ट तो नहीं हो गए हैं? उन्होंने कहा कि जिसके बिना व्यक्ति एक पल भी न रह सके, उसे एडिक्शन कहते हैं. उन्होंने कहा आज हर व्यक्ति में एक एडिक्शन चरम पर है, और वो है मोबाइल का एडिक्शन. इससे कोई अछूता नहीं है. उन्होंने कहा कि मैं ई-ड्रग्स यानी मोबाइल की बात कर रहा हूं.
मोबाइल परिवारिक और व्यक्तिगत जीवन को खत्म कर देती है
उन्होंने कहा कि मैं खुद मोबाइल की कंपनी में जॉब कर चुका हूं. एक रिपोर्ट के अनुसर, इसके दुष्परिणाम के बारे में सब कुछ जानता हूं. उन्होंने कहा कि मोबाइल की लत, परिवारिक, शैक्षिक और व्यक्तिगत जीवन को खत्म कर देती है. बच्चों में एकाग्रता कम हो जाती है. उन्होंने कहा कि शार्ट क्लिप्स देखते समय मन चंचल हो जाता है. नींद उड़ जाती है.
जैन समाज सप्ताह में एक दिन मोबाइल का प्रयोग नहीं करेगा
मुनिश्री के 10वें दीक्षा दिवस पर देश भर के लोग आएंगे. कीर्ति नगर जैन मंदिर प्रबंध समिति कके अध्यक्ष अरुण काला मटरू और महामंत्री जगदीश जैन के अनुसार समाज ने निर्णय लिया है कि समाज लोग सप्ताह में एक दिन मोबाइल का प्रयोग नहीं करेगा. दीक्षा दिवस से इसकी शुरुआत होगी. दिगंबर जैन मुनिसंघ सेवा समिति इसका प्रचार करेगी. मोबाइल के मौन व्रत के पोस्टर का लोकार्पण मंगलवार (27 अगस्त ) को कीर्ति नगर जैन मंदिर में मुनिश्री सामने हुआ.