Rajasthan News: राजस्थान की राजधानी जयपुर में कांग्रेस ने 'वोट चोरी' और चुनावी प्रक्रिया में कथित गड़बड़ियों के आरोपों को लेकर चुनाव आयोग के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. इस विरोध मार्च में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने सरकार और चुनाव आयोग पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए लोगों को जागरूक करना होगा और वोट चोरी जैसे पाप को रोकना होगा.
'संवैधानिक संस्थाओं को खोखला करने का काम'
सचिन पायलट ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता की भारी कमी है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने सबूतों के साथ मतदाता सूची में गड़बड़ी को सार्वजनिक किया था, लेकिन चुनाव आयोग ने इस पर कोई जवाब नहीं दिया.पायलट ने हैरानगी जताते हुए कहा कि जब आयोग को सफाई देनी चाहिए, तब बीजेपी उसे बचाने के लिए सामने आती है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह संवैधानिक संस्थाओं को खोखला करने का काम है और वोटों के साथ हेरफेर करना सबसे बड़ा पाप है.
मतदाता सूची में गड़बड़ी के आरोप
पायलट ने मतदाता सूची में सामने आ रही गड़बड़ियों का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि कई सीटों पर यह सवाल उठता है कि वोट कहां गए - क्या वे जोड़े गए या हटाए गए? उन्होंने बिहार का उदाहरण देते हुए कहा कि कई जगहों पर वोट कम किए जा रहे हैं तो कहीं बढ़ाए जा रहे हैं. उन्होंने एक ही पते पर 100-100 लोगों के नाम और 125 साल से अधिक उम्र के मतदाताओं के नामों का भी हवाला दिया. उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसी गड़बड़ियों पर चुनाव आयोग को तुरंत दखल देना चाहिए.
चयन प्रक्रिया और पारदर्शिता पर सवाल
पायलट ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने चुनाव आयोग के अधिकारियों की चयन प्रक्रिया को बदल दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार सीसीटीवी फुटेज खत्म करना चाहती है और वोटर लिस्ट मांगने पर भी नहीं दी जाती है. उन्होंने कहा कि चोरी-छिपे डाटा डिलीट करना बेहद गलत है. पायलट ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को लेकर अपनी जिम्मेदारी निभाएगी और इस पर लंबे समय तक आंदोलन करती रहेगी.
प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उजागर किया था वोट की धोखाधड़ी का खेल
बता दें कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पिछले हफ्ते एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा था कि 2024 लोकसभा चुनाव के दौरान बड़े पैमाने पर वोटरों की धोखाधड़ी हुई थी. उन्होंने दावा किया कि डुप्लिकेट प्रविष्टियों, फर्जी पतों, थोक पंजीकरण और एक ही EPIC नंबर का उपयोग करके कई वोट डाले जाने के कारण 1,00,000 से अधिक वोट 'चुराए गए'.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)