Jaipur Head Constable Suicide Case: जयपुर में हेड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा के आत्महत्या के मामले में प्रशासन और परिजनों के बीच सहमति बन गई. डिप्टी सीएम प्रेम चंद बैरवा ने समझौते का मंगलवार को ऐलान किया. प्रशासन के साथ सहमति के बाद कई दिनों से चल रहा धरना भी मंगलवार को समाप्त कर हो गया है. वहीं, मृतक हेड कांस्टेबल के शव का आज ही पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार किया जाएगा. समझौते के अनुसार, एसआईटी का गठन करके की मामले की जांच कराई जाएगी.
पुलिस अधिकारियों पर गिरी गाज
इसके अलावा पुलिस अधिकारी अनिल शर्मा और जगदीश व्यास को एपीओ को कर दिया गया है, जबकि, एसआई आशुतोष को सस्पेंड कर दिया गया. समझौते के मुताबिक, हेड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा के परिजनों को पुलिस विभाग की ओर से स्वेचित आर्थिक सेवा परिलाभ के 55 लाख रुपये दिए जाएंगे. जिसको लेकर प्रक्रिया जल्द ही शुरू कर दी जाएगी.
बच्चों को नौकरी देने पर सहमति
वहीं, बेटे तनुज गोठवाल को अनुकम्पा पर सरकारी नौकरी दी जाएगी, जबकि बेटी तनुजा को संविदा पर नौकरी मिलेगी. इसके अलावा बेटी साक्षी गोठवाल को पुलिस परिवार गोद लेगा और उसकी शिक्षा से लेकर विवाह तक की जिम्मेदारी पुलिस वहन करेगी. समझौते के बाद परिजनों की ओर से धरना समाप्त कर दिया गया है. हेड कांस्टेबल के शव का आज ही पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार कराने पर भी सहमति बन गई.
CBI करेगी मामले की जांच
इससे पहले हेड कांस्टेबल के सुसाइड मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई. इसके लिए राजस्थान पुलिस मुख्यालय से एक अनुशंसा पत्र गृह विभाग को भेजा गया है. अब गृह विभाग मंगलवार को CBI अनुशंसा पत्र भेजेगा. बता दें कि हेड कांस्टेबल बाबूलाल ने 22 अगस्त को मुकंदरपुरा रोड पुलिस चौकी में फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड किया था.
बाबूलाल बैरवा भांकरोटा थाने में तैनात था. हेड कांस्टेबल का सुसाइड नोट मिला था, जिसमें बाबूलाल ने पुलिस के तीन अधिकारियों के साथ-साथ एक यूट्यूबर पत्रकार पर संगीन आरोप लगाए हैं. जिन लोगों पर हेड कॉन्स्टेबल ने आरोप लगाया था, उनमें एडिशनल डीसीपी वेस्ट हेड क्वार्टर जगदीश व्यास, एसीपी अनिल शर्मा, एसआई आशुतोष और यूट्यूबर कमल देगड़ा का नाम शामिल है.
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