Jaipur Literature Festival: जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के दूसरे दिन कश्मीर के मुद्दे पर दो वक्ताओं के बीच विवाद हो गया. "मेमोरीज फ्रॉम द स्क्रीन एंड स्टेज" पर चर्चा के दौरान यह विवाद हुआ. जब अभिनेत्री और गायिका इला अरुण बोल रही थीं, तभी निर्देशक एमके रैना बीच में उठ कर चले गए. इला अरुण ने अपनी बात समाप्त करने के बाद पीछे देखा तो उन्हें एमके रैना नहीं दिखे. इसके बाद उन्होंने मॉडरेटर असद लालजी से पूछा कि एमके रैना कहां गए. असद लालजी ने बताया कि शायद आप ज्यादा वक्त ले रहीं थीं, इसलिए वे चले गए. इला अरुण ने प्रतिक्रिया दी कि इस बात पर उन्हें गुस्सा नहीं करना चाहिए.
कश्मीर की सच्चाई पर एक भी फिल्म नहीं बनी- इला अरुण
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इला अरुण ने कहा, "मैंने मणिपुर और पंजाब में थिएटर किया है, लेकिन अब भारत बदल रहा है. गांवों और कस्बों में लोगों को वो सुविधाएं नहीं मिल रहीं, जो शहरों में मिलती हैं. आज तक कश्मीर की सच्चाई पर एक भी सही फिल्म नहीं बनी. सब बकवास है!" तभी एम.के. रैना को लगा कि उन्हें सेशन में पर्याप्त समय नहीं मिल रहा.
एमके रैना भी जताई ये आपत्ति
एमके रैना ने अपनी बातचीत के दौरान फिल्मों में कश्मीर के चित्रण पर आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि अब कश्मीर पर केंद्रित कई फिल्में बन रही हैं, लेकिन कोई भी कश्मीर की सही तस्वीर नहीं दिखा रहा है. इसके बाद इला अरुण ने भी कश्मीर में किए नाटक के अनुभव साझा किए. वे जब अनुभव साझा कर रही थीं, तभी एमके रैना स्टेज छोड़कर निकल गए.
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