जयपुर का क्राइम ग्राफ नीचे आया, हत्या-लूट-डकैती के मामलों में भारी कमी; POCSO और साइबर क्राइम में उछाल

जयपुर में अपराध का ग्राफ नीचे आया है, लेकिन तस्करी और साइबर अपराध की चुनौती बनी हुई है. अगर पुलिस इन मोर्चों पर भी सख्ती दिखाए, तो अपराध मुक्त राजस्थान का सपना हकीकत बन सकता है.

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अपराधियों पर नकेल, भ्रष्टाचार पर लगाम, जयपुर में अपराध घटे (सांकेतिक तस्वीर)
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Rajasthan News: राजस्थान में भजनलाल सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति और पुलिस के बड़े ऑपरेशंस का असर अब आंकड़ों में दिखने लगा है. राजधानी जयपुर में पिछले एक साल में हत्या, लूट, डकैती, दुष्कर्म जैसे गंभीर अपराधों में बड़ी गिरावट दर्ज हुई है. पुलिस का दावा है कि नए कानून, आक्रामक गश्त और टेक्नोलॉजी बेस्ड मॉनिटरिंग ने अपराधियों के हौसले पस्त कर दिए हैं. लेकिन क्या जयपुर अब पूरी तरह सुरक्षित हो गया है? आइए, क्राइम रिकॉर्ड पर नजर डालते हैं.

IPC अपराधों में गिरावट

2023: 25,794
2024: 24,427
2025: 21,161

2025 बनाम 2024: 13% की कमी

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किस अपराध में कितनी कमी?

नीचे टेबल में 2023–2025 के बीच प्रमुख IPC अपराधों का ट्रेंड दिया गया है:-

मुख्य IPC अपराध श्रेणियां (जनवरी–अक्टूबर)
अपराध श्रेणी202320242025बदलाव% (2023-24)
हत्या (Section 302)1138982-9%
हत्या का प्रयास11910979-1%
बलात्कार448433414-56%
डकैती382322-45%
अपहरण987947824-14%
चोरी678152624353-14%
धोखाधड़ी328729282275-22%
मारपीट138341346212622-7%
जयपुर में हत्या, लूट और डकैती जैसे अपराधों में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज हुई है. डकैती में 56% और लूट में 45% की कमी पुलिस की रणनीति की सफलता दिखाती है.

पुलिस ऑपरेशंस का असर

पिछले एक साल में जयपुर पुलिस ने कई बड़े ऑपरेशंस चलाए.

  1. ऑपरेशन एक्शन अगेंस्ट गन
  2. ऑपरेशन क्लीन स्वीप
  3. एरिया डोमिनेशन ड्राइव

इन अभियानों के जरिए गैंगवार, हथियार तस्करी, शराब और मादक पदार्थों की तस्करी पर नकेल कसने की कोशिश हुई.

चुनौती बनी तस्करी और साइबर क्राइम

2023: 8,639
2024: 7,854
2025: 7,284

2025 बनाम 2024: 7 प्रतिशत की गिरावट

मुख्य श्रेणियां (जनवरी–अक्टूबर):
श्रेणी (Special Acts)202320242025बदलाव% (2024-25)
NDPS एक्ट183816741665+3%
एक्साइज एक्ट495497532+5%
IT एक्ट93472+7%
POCSO12378792079+136%

ग्राफ: IT एक्ट और NDPS में बढ़ोतरी

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शराब, हथियार और मादक पदार्थों की तस्करी के मामलों में बढ़ोतरी ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं. सबसे बड़ा खतरा साइबर क्राइम है, जिसमें 136% की बढ़ोतरी दर्ज हुई है.

POCSO व IT एक्ट की YoY वृद्धि (2024→2025):

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POCSO में 136% की भारी बढ़ोतरी और IT एक्ट में दोगुनी से अधिक वृद्धि बताती है कि अपराध का करेक्टर डिजिटल/सेंसिटिव स्पेस में शिफ्ट हो रहा है. ऑनलाइन ग्रूमिंग, मॉर्फिंग, धमकी, शेयरिंग ऑफेंसिव कंटेंट, और रिपोर्टिंग में सुधार- ये सभी बढ़ोतरी के कारण हो सकते हैं.

पुलिस ने किया यह दावा

पुलिस का दावा है कि नए कानून, फील्ड में आक्रामक गश्त, टेक्नोलॉजी बेस्ड मॉनिटरिंग और अपराधियों पर लगातार प्रेशर अपराध में कमी का कारण है. लेकिन बढ़ते हुए शराब, मादक पदार्थ और हथियारों की तस्करी कर रहे बदमाशों ने जयपुर शहर में आतंक मचा रखा है. कई युवा अपराध के दलदल में फंस गए हैं. जरूरत है खाकी को बेहतर रणनीति बनाने की और कुशलतापूर्वक इन तस्करों के हौसलों को पस्त करने की.

जयपुर स्पेशल कमिश्नर (ऑपरेशन) राहुल प्रकाश ने कहा, 'हमारा ध्येय आमजन में विश्वास और अपराधियों में भय कायम रखना है.'

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