Rajasthan News: जयपुर के प्रतिष्ठित नीरजा मोदी स्कूल (Neerja Modi School Jaipur) की चौथी मंजिल से कूदकर जान गंवाने वाली 9 साल की छात्रा अमायरा (Amayra) की मौत का मामला अब राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में तूल पकड़ चुका है. इस दर्दनाक घटना के बाद, जहां एक ओर राज्य की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी (Diya Kumari) ने अमायरा के शोकाकुल परिवार से मुलाकात कर सांत्वना दी है, वहीं दूसरी ओर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर (Madan Dilawar) ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई के संकेत दिए हैं.
डिप्टी CM का भावुक पल, परिवार को मिला सहारा
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी मंगलवार को सीधे मुरलीपुरा स्थित अमायरा के घर पहुंचीं. दिया कुमारी ने अमायरा के परिजनों से मिलकर घटना की पूरी जानकारी ली और उन्हें ढांढस बंधाया. उन्होंने गहरे दुख के साथ कहा, 'ईश्वर अमायरा की आत्मा को शांति प्रदान करें और इस दुख की घड़ी में परिजनों को संबल दें.' सूत्रों के मुताबिक, परिवार ने उपमुख्यमंत्री के सामने अपनी पीड़ा और स्कूल प्रबंधन के रवैये को लेकर अपनी शिकायतें रखीं. भावुक माहौल में दिया कुमारी ने न सिर्फ उनके आंसू पोंछे, बल्कि यह भी भरोसा दिलाया कि सरकार इस मामले में हर संभव मदद करेगी और सच्चाई सामने लाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी.
शिक्षा मंत्री का सख्त रुख: कार्रवाई मिसाल बनेगी
इससे पहले, 2 नवंबर को स्कूली शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने भी अमायरा के घर जाकर शोक जताया था. मुलाकात के बाद दिलावर ने स्पष्ट किया था कि जांच रिपोर्ट के आधार पर नीरजा मोदी स्कूल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उनका सबसे बड़ा फोकस इस बात पर है कि क्या स्कूल प्रबंधन ने जांच के लिए पहुंचे शिक्षा विभाग के अधिकारियों को रोका था? उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा, 'अगर यह बात सही पाई गई तो आगे की कार्रवाई एक मिसाल बनेगी.' मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार इस बात की गहन जांच कर रही है कि किन नियमों के तहत स्कूल को अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) मिला और उसने सीबीएसई (CBSE) से संबद्धता कैसे हासिल की. उन्होंने इस घटना को चौंकाने वाला बताया कि एक प्रतिष्ठित निजी स्कूल में ऐसी घटना घटी.
जांच में असहयोग का गंभीर आरोप
इस मामले में सबसे गंभीर पहलू यह है कि घटना के तुरंत बाद जांच के लिए पहुंची शिक्षा विभाग की टीम ने स्कूल प्रबंधन पर असहयोग का आरोप लगाया था. जिला शिक्षा अधिकारी (प्राथमिक) राम निवास शर्मा के नेतृत्व में छह अधिकारियों की टीम जांच के लिए स्कूल पहुंची थी. अधिकारियों का आरोप है कि उन्हें डेढ़ घंटे से अधिक इंतजार करना पड़ा, लेकिन न तो प्रिंसिपल और न ही स्कूल के किसी प्रतिनिधि ने उनसे मुलाकात की. मुख्य द्वार अंदर से बंद था और बार-बार खटखटाने पर भी कोई जवाब नहीं मिला. इस असहयोग के बाद, विभाग ने स्कूल की मान्यता रद्द करने तक पर विचार करने की बात कही थी.
मौत की वजह पता लगाने की कोशिश जारी
पुलिस के अनुसार, 9 वर्षीय छात्रा अमायरा ने शनिवार को मानसरोवर स्थित नीरजा मोदी स्कूल की चौथी मंजिल से कथित तौर पर छलांग लगाई, जिसके बाद उसकी मौत हो गई. संयुक्त अभिभावक संघ के प्रवक्ता अभिषेक जैन ने आरोप लगाया कि अमायरा ने एक शिक्षक के व्यवहार से परेशान होकर छलांग लगाई और स्कूल प्रशासन ने सबूत मिटाने की कोशिश की. फिलहाल, अमायरा की मौत के सही कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस और प्रशासनिक जांच का सिलसिला जारी है.
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