Rajasthan News: पिंक सिटी के ताज आमेर होटल में आज वृंदावन के प्रसिद्ध कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय का विवाह समारोह धूमधाम से आयोजित हो रहा है. होटल के जयगढ़ लॉन में तिरुपति बालाजी मंदिर की तर्ज पर बना पारंपरिक मंडप इस आयोजन का केंद्र है, जहां सुबह से 101 वैदिक पंडित मंत्रोच्चार कर रहे हैं. समारोह में परंपरा और अनुशासन का विशेष ध्यान रखा गया है. अतिथियों के प्रवेश, बैठने की व्यवस्था और मंगला-आरती से लेकर अग्नि स्थापना तक हर रस्म निर्धारित समय पर सम्पन्न कराई जा रही है.
सुबह 8:30 बजे – सेहराबंदी की शुरुआत
शादी की रस्मों की शुरुआत सुबह आठ बजकर तीस मिनट पर हुई. ताज आमेर होटल की लॉबी में पारंपरिक सेहराबंदी की रस्म सम्पन्न हुई. इस दौरान बारातियों ने पारंपरिक गीतों और वाद्ययंत्रों के साथ माहौल को उत्सवमय बना दिया. सेहराबंदी के बाद बारात होटल परिसर से जयगढ़ लॉन की ओर रवाना हुई.
सुबह 11:15 बजे – मंडप प्रवेश
करीब साढ़े ग्यारह बजे कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय मंडप में पहुंचे. उन्होंने सबसे पहले मंडप को प्रणाम किया और फिर वहां मौजूद सभी 101 पंडितों से आशीर्वाद लिया. इस दौरान उनके हाथ में चांदी की छड़ी थी, जो इस वैदिक विवाह की पारंपरिक गरिमा को दर्शा रही थी. मंडप में ठाकुर जी को ऊंचे आसन पर विराजमान किया गया, जिससे वातावरण पूरी तरह धार्मिक और आध्यात्मिक हो गया.
दोपहर 12:00 बजे – दुल्हन का आगमन
दोपहर बारह बजे दुल्हन शिप्रा शर्मा गोल्डन रंग की साड़ी में मंडप में पहुंचीं. उनके आगमन के साथ ही कन्यादान और वचन-संस्कार की रस्में शुरू हुईं. मंडप में वैदिक मंत्रों की गूंज और पुष्पों की सजावट ने माहौल को और भी भव्य बना दिया.
दोपहर 1:00 बजे – सात फेरे
करीब एक बजे विवाह का सबसे महत्वपूर्ण चरण शुरू हुआ. अग्नि के समक्ष वैदिक मंत्रोच्चार के बीच इंद्रेश और शिप्रा ने सात फेरे लिए. हर फेरा पारंपरिक वचनों और आशीर्वाद के साथ सम्पन्न हुआ. इस दौरान मंडप में मौजूद सभी पंडितों ने वैदिक मंत्रों का उच्चारण कर वातावरण को पवित्र बनाए रखा.
शाम – आशीर्वाद समारोह
अब शाम को जयमाला और आशीर्वाद समारोह का आयोजन किया गया. इस दौरान मेहमानों ने नवविवाहित जोड़े को शुभकामनाएं देंगे. इसके बाद सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और भव्य डिनर के साथ समारोह का समापन होगा. मेन्यू में राजस्थानी थाली से लेकर पारंपरिक उत्तर भारतीय और दक्षिण भारतीय व्यंजन शामिल रहेंगे.
सांस्कृतिक और धार्मिक आयाम
इस आयोजन का स्वर पूरी तरह पारंपरिक वैदिक रहा. 101 पंडितों का समवेत मंत्रोच्चार, देव-आह्वान और अग्नि-प्रदक्षिणा ने वातावरण को आध्यात्मिक बनाया. मंडप की सजावट में राजस्थानी कला और दक्षिण भारतीय मंदिर शैली का समन्वय दिखा—पीत-लाल पुष्पविन्यास, रेशमी तोरण, पीतल के दीपस्तंभ और शंख-ध्वनि से स्थल गुंजायमान रहा.
धीरेंद्र शास्त्री और कुमार विश्वास पहुंचे
विवाह में वीवीआईपी मेहमानों का आगमन निरंतर जारी है. इसी बीच धीरेंद्र शास्त्री और कवि कुमार विश्वास विशेष विमान से जयपुर पहुंचे हैं. शाम के समय कई दिग्गज नेता, संत और बॉलीवुड सेलिब्रिटीज के भी शामिल होने की संभावना है. जानकारी के मुताबिक, शादी में कुल 500 VIP मेहमान शामिल हो सकते हैं. इनमें सबसे खास 50 मेहमानों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, अनिरुद्धाचार्य, देवकीनंदन ठाकुर समेत वृंदावन के कई बड़े संत-महंत शामिल हो सकते हैं. अन्य मेहमानों के अलावा खासतौर पल शादी में जयपुर के बड़े मंदिरों के प्रमुख संत-महंत भी मौजूद रहेंगे.
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