Rajasthan News: जयपुर में रविवार को बड़ा हादसा होते-होते टल गया. जयपुर में गोपालपुरा के पास एक कोचिंग सेंटर में एक दर्जन से अधिक छात्र-छात्राएं बेहोश हो गईं. बताया जा रहा है कि जहरीली गैस की वजह से सभी छात्र बेहोश हुए हैं, तुरंत बाद सभी को अस्पताल ले जाया गया है. घटना की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में युवा मौके पर इकट्ठा हो गए. कोचिंग संस्थान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए हंगामा करने लगे. इस घटना को लेकर किरोड़ी लाल मीणा और सचिन पायलट ने प्रतिक्रिया दी है.
कमरे में थे करीब 350 स्टूडेंट
बताया गया कि जयपुर में गोपालपुरा स्थित निजी कोचिंग सेंटर में रविवार को शाम के समय रीट क्लास चल रही थी. इस दौरान क्लास में करीब 350 स्टूडेंट बैठे हुए थे. इस बीच अचानक से कमरे के अंदर अजीब सी गंध आई और स्टूडेंट्स को खांसी आने लगी. क्लासरूम में आगे की तरफ लड़कियां बैठी थीं. उन्हें सबसे पहले गंध आई.
भगदड़ जैसी हुई स्थिति
क्लासरूम में बैठी लड़कियों ने वहां पर मौजूद शिक्षक से इसकी शिकायत की, लेकिन उन्होंने कहा कि थोड़ी देर में सब सही हो जाएगा.फिर विद्यार्थियों को खांसी आने लगी. तब विद्यार्थी अचानक क्लासरूम से भागने लगे. भगदड़ जैसी स्थिति बन गई. पीछे वाले विद्यार्थी पहले भागे.
कुल 10 स्टूडेंट हुए थे बेहोश
जानकारी के मुताबिक, कुल 10 स्टूडेंट बेहोश हुए हैं, इनमें 8 छात्राएं, 1 छात्र और 1 कुक शामिल हैं. एक विद्यार्थी ने बताया कि पिछले 15 - 20 दिन से कोई गंध आ रही थी. उन्होंने कई बार शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. जिस 201 नंबर हॉल में घटना हुई है, वहां एक ही एंट्री और एग्जिट गेट है. हॉल में 750-800 विद्यार्थी एक साथ बैठते हैं. आज रविवार होने के कारण 350-380 के आसपास विद्यार्थी आए थे.
उधर घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर बड़ी संख्या में छात्र इकट्ठा हो गए और हंगामा करने लगे. छात्रों ने कोचिंग संस्थान के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की. छात्रों ने प्रदर्शन करते हुए मांग की कि कोचिंग संस्थानों के लिए गाइडलाइन जयपुर में फॉलो नहीं की जा रही है, जिसे फॉलो करने के लिए सुनिश्चित किया जाए.
सचिन पायलट बोले- कौन जिम्मेदार?
सचिन पायलट ने एक्स पर लिखा कि जयपुर कोचिंग इंस्टिट्यूट में गैस रिसाव के कारण कई स्टूडेंट्स तबियत बिगड़ने के कारण बेहोश हो गए. यह बेहद चिंताजनक घटना है और इसकी जांच होनी चाहिए. यदि कोई अनहोनी हो जाए तो उसका ज़िम्मेदार कौन है? राज्य सरकार से मेरी माँग है कि इस हादसे की गहनता से जाँच हो और लापरवाही बरतने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई हो. वहीं, किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि कई छात्र-छात्राओं के दम घुटने से बेहोश होने के दु: खद समाचार प्राप्त हुए.
सांस लेने में दिक्कत के साथ खांसी
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, ऐसा संभवत: गटर की गैस या संस्थान में ऊपर छत पर बने किचन के धुंए के कारण हुआ. घटनास्थल पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने कहा कि गटर से बदबू आने और भवन की छत पर बने किचन में तड़का लगाने के कारण धुआं नीचे तक आ गया जिसकी वजह से कोचिंग संस्थान में पढ़ रहे बच्चे बेहोश हो गए. इसमें आठ लड़कियां व दो लड़के हैं. इनमें एक खानसामा भी शामिल है.
अधिकारियों ने कहा कि पीड़ित विद्यार्थियों की हालत अब 'सामान्य' है. इलाके में स्थित एक निजी अस्पताल के डॉक्टर ने कहा कि उनके यहां सात बच्चों को एडमिट करवाया गया है, जिन्हें सांस लेने में दिक्कत के कारण लाया गया था. दो बच्चों को अन्य जगह ले जाया गया. उन्होंने कहा कि सभी बच्चों में सांस लेने में समस्या थी और बच्चों को लगातार खांसी हुई. इसके अलावा उन्हें कोई अन्य समस्या नहीं थी.
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