Rajasthan News: कला, संस्कृति और धोरों की धरती जैसलमेर, जो की पर्यटन नगरी या स्वर्ण नगरी के नाम से विश्व पटल पर अपनी विशेष पहचान रखती है, इसे निहारने दुनिया भर से पर्यटक आते हैं. यहां का आर्थिक ढांचा पर्यटन पर टीका है, लेकिन विमान कंपनियों की मनमानी के चलते यहां के पर्यटन की कमर टूटती जा रही है.
स्वर्णनगरी में 2 अक्टूबर से हवाई सेवाएं शुरू होने की घोषणा हुई थी. इसके लिए बुकिंग्स भी शुरू की गई थी. सभी को लग रहा था कि जैसलमेर के पर्यटन सीजन में हवाई सेवाएं सैलानियों के लिए सुलभ उपलब्ध रहेगी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ और फ्लाइट्स को रद्द करते हुए 29 अक्टूबर तक स्थगित कर दिया गया. हालांकि इंडिगो जैसलमेर से दिल्ली के लिए 12 अक्टूबर से फ्लाइट शुरू कर सकता है. उसकी बुकिंग भी जा रही है, लेकिन लोगों के मन में डर है की कहीं ये भी रद्द न हो जाए. पूरे समर शेड्यूल में एक भी फ्लाइट अब तक संचालित नहीं हुई है, जिसके चलते अब पर्यटन व्यवसाय व जैसलमेर की जनता स्वयं को ठगा-ठगा सा महसूस कर रही है.
अंतिम समय पर कैंसिल हुई फ्लाइट
हवाई सेवा कंपनियों द्वारा जैसलमेर के साथ हर साल समर सीजन में फ्लाइट शुरू करने का शेड्यूल तो जारी कर दिया जाता है, लेकिन यह शेड्यूल धरातल पर नहीं उतरता. इस साल भी ऐसा ही हुआ है. अलाइंस एयर द्वारा 2 अक्टूबर, इंडिगो द्वारा 12 अक्टूबर व स्पाइसजेट द्वारा 29 अक्टूबर से हवाई सेवाएं शुरू की जानी थी. लेकिन अलाइंस एयर द्वारा अंतिम वक्त पर 2 अक्टूबर के शेड्यूल को निरस्त कर दिया. हालांकि अब इंडिगो द्वारा 12 अक्टूबर से हवाई सेवाओं को शुरू तो किया जा रहा है, लेकिन 12 से 28 अक्टूबर तक सिर्फ दिल्ली के लिए ही हवाई सेवा शुरू हो पाएगी. इसके बाद 29 अक्टूबर से अलाइंस एयर व स्पाइसजेट द्वारा शेड्यूल जारी किया जाएगा या नहीं यह भी अब तक संशय में है.
'विंटर शेड्यूल में सुचारू होंगी फ्लाइट'
एयरपोर्ट अथॉरिटी के डायरेक्टर प्रमोद मीणा का कहना है कि पूरे वर्षभर निरंतर फ्लाइट्स चलवाने के प्रयास किए जा रहे हैं. इसके लिए विमान कंपनियों के लिए एयरपोर्ट की ओर से दी जाने वाली तमाम सुविधाओं को बढ़ाया गया है और समय पर दिया भी जा रहा है. उम्मीद है कि अब विंटर शेड्यूल में फ्लाइट सुचारू रहेगी. वहीं समर शेड्यूल में इंडिगो की जैसलमेर-दिल्ली फ्लाइट आगमी 12 अक्टूबर से शुरू होगी. उन्होंने भी माना कि फ्लाइट रद्द होने से पर्यटन व्यवसाय को नुकसान हो रहा है.
350-400 करोड़ रुपये का नुकसान
जैसलमेर आने वाले पर्यटक हो या फिर स्थानीय निवासी फ्लाइट डिले होने से उन लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं फ्लाइट्स ना होने से कई पर्यटकों ने इस बार जैसलमेर आने का मानस अब कैंसिल भी किया है. जैसलमेर की पर्यटन व्यवसाय को फ्लाइट्स के एक महीना देरी से शुरू होने के कारण लगभग 350-400 करोड़ रुपए तक का नुकसान सहना पड़ेगा. क्योकि जैसलमेर में अक्टूबर से शुरू होकर फरवरी तक 5 महीने का पर्यटन सीजन होता है, जिससे लगभग 2000 करोड़ का व्यवसाय यहां के वशिंदों को मिलता है. लेकिन अब पर्यटन व्यवसाई मायूस हैं. वहीं घूमने आने वाले पर्यटकों द्वारा भी फ्लाइट नहीं होना एक बड़ी समस्या बताया गया है.
महिलाओं ने क्या कहा?
जैसलमेर की स्थानीय महिलाएं भी फ्लाइट के देरी से शुरू होने के चलते निराश नजर आईं. एनडीटीवी राजस्थान से बात करते हुए महिलाओं ने बताया कि इन दिनों एयर कनेक्टिविटी की कमी है और पर्यटन सीजन शुरू हो चुका है. साथ ही साथ मेडिकल इमरजेंसी में भी फ्लाइट के माध्यम से अहमदाबाद, जयपुर या फिर दिल्ली जाने के लिए फ्लाइट्स न मिलने से हमे परेशानी उठानी पड़ रही है.