जैसलमेर में नगर परिषद ने मकान पर चलाया बुलडोजर, जमकर हुआ हंगामा, टावर पर चढ़ा युवक

जैसलमेर में नगर परिषद ने हाईकोर्ट के आदेश पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की. इस दौरान भवरू राम के मकान को ध्वस्त किया गया, जिससे परिवार में आक्रोश फैल गया.

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Rajasthan News: जैसलमेर में सोमवार को नगर परिषद द्वारा अतिक्रमण के खिलाफ पीला पंजा चलाया गया. नगर परिषद की कार्रवाई से पहले जमकर हंगामा हुआ और जब कार्रवाई खत्म हुई, तब आक्रोशित युवक टावर पर चढ़ गया. युवक को टावर से उतारने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. जानकारी के अनुसार हाईकोर्ट के आदेश के बाद आज नगर परिषद ने गीता आश्रम स्थित प्लॉट नंबर 125 पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई. इस दौरान नगर परिषद का दस्ता सहित पुलिस और RAC का बल तैनात रहा.

लोगों ने जमकर किया हंगामा

कई वर्षों तक मोहिनी देवी नाम की महिला ने कोर्ट में इस प्लॉट का मालिकाना हक का दावा पेश किया था. जिस पर कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए नगर परिषद को 6 महीने में भवरूराम के अतिक्रमण को ध्वस्त कर मोहनी देवी को कब्जा देने का फैसला सुनाया था. इस पर सोमवार को नगर परिषद में कार्रवाई करते हुए भवरू राम के मकान को बुलडोजर से ध्वस्त किया. नगर परिषद की कार्रवाई से पहले परिवार के लोगों जमकर हंगामा किया और नगर परिषद को जमकर कोसा.

टावर पर चढ़ा युवक

परिवार के लोगों का कहना है कि वह करीब 40 वर्षों से इस जगह पर रह रहे हैं. यह मकान उनका है लेकिन नगर परिषद ने कोर्ट का हवाला देते हुए कार्रवाई को अंजाम दिया. सोमवार शाम तक नगर परिषद की कार्रवाई के दौरान भवरू राम का बेटा अर्जुनराम मकान के सामने आकाशवाणी के टावर पर चढ़ गया. अर्जुनराम को टावर पर चढ़ते देखा दो पुलिसकर्मी की भी उसके पीछे-पीछे टावर पर चढ़ गए.

काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा

वहीं आज अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई के बाद परिवार के लोगों के रो-रो के बुरे हाल हो गए हैं और परिवार के लोगों का कहना है कि उनके पास अभी कोई प्लॉट नहीं है, अब वह सड़क पर आ गए हैं. ऐसे में नगर परिषद की कार्रवाई में इलाके में चर्चा का विषय बनी रही. वहीं भारी संख्या में वहां भीड़ उमण पड़ी. पुलिस को भीड़ को हटाने के लिए काफी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है.

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लोगों ने लगाया आरोप

नगर परिषद आयुक्त सोढा ने बताया कि कोर्ट का आदेश था इस प्लॉट पर मोहिनी देवी का पजेशन मानते हुए बाबूराम को हटाने के आदेश दिए गए थे और नगर परिषद को पाबंद किया गया था. वहीं परिवार की एक महिला ने बताया कि उसका 40 वर्ष से कब्जा था, फर्जी रसीद काटकर और कब्जे को हटाया गया है. महिलाओं ने बताया कि हमारे साथ अन्याय किया गया है.

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