Rajasthan News: जैसलमेर के सदर थाना क्षेत्र के बासनपीर गांव में रियासतकालीन वीरों रामचंद्र जी सोढ़ा और हदूद जी पालीवाल की स्मृति में बन रही छतरियों को लेकर हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया. इस घटना के दूसरे दिन शुक्रवार को शिव विधायक रविन्द्रसिंह भाटी अपने काफिले के साथ गांव पहुंचे. उन्होंने घटनास्थल का दौरा किया, दोनों छतरियों का जायजा लिया और वहां मौजूद लोगों का हौसला बढ़ाया. इससे पहले इस मामले पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का भी बयान सामने आया था, जिसमें उन्होंने साफ कहा था कि अराजक तत्व याद रखें, पत्थरबाजी तो क्या एक कंकड़ भी सामाजिक अस्मिता पर हमला है, ऐसा करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.
घटनास्थल पर विधायक की सक्रियता
रविन्द्रसिंह भाटी दोपहर को बासनपीर पहुंचे. उन्होंने धरनास्थल पर मौजूद लोगों से मुलाकात की और पोकरण विधायक महंत प्रतापपुरी से आशीर्वाद लिया. विधायक ने छतरी निर्माण में लगे कारीगरों और मजदूरों से बात की. कारीगरों ने बताया कि छतरियां शनिवार शाम तक तैयार हो जाएंगी. भाटी ने ग्रामीणों से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और सभी को एकजुट रहने का संदेश दिया.
विवाद और हिंसा की घटना
बुधवार को प्रशासन और पुलिस ने दोनों पक्षों के बीच बातचीत कर विवाद सुलझाने की कोशिश की थी. लेकिन गुरुवार को एक समाज विशेष के सैकड़ों लोगों, जिसमें महिलाएं और युवा शामिल थे, ने छतरी निर्माण के दौरान पत्थरबाजी और हमला किया. इस हिंसा में कई लोग घायल हुए, जिनमें एक पुलिसकर्मी नरपत सिंह भी शामिल हैं. कई वाहनों में तोड़फोड़ भी की गई. घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. पुलिस ने मामले में महिलाओं सहित 2 दर्जन से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है.
रविंद्र भाटी ने क्या कहा?
विधायक भाटी ने कहा कि बासनपीर की घटना दुखद है. उन्होंने छतरियों को वीरता और शौर्य का प्रतीक बताया और कहा कि पश्चिमी राजस्थान का अमन इन्हीं वीरों की देन है. उन्होंने दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की और क्षेत्र की सौहार्दपूर्ण पहचान को बनाए रखने की अपील की. साथ ही भाटी ने कहा कि जिन्होने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से बदमाशी करवाई है, उन पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए.
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