Rajasthan: राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा के गृह जिले भरतपुर में आज (29 जून) जाटों की हुकार रैली है. हजारों की संख्या में जाट भरतपुर पहुंचेंगे. नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने सोशल मीडिया 'X' पर जानकारी दी. उन्होंने लिखा, "29 जून की सुबह 10 बजे जयपुर के जालूपुरा स्थित आवास से रवाना होकर भरतपुर, धौलपुर और डीग जिले के जाट समाज को केंद्र में ओबीसी आरक्षण का लाभ दिलवाने की मांग को भरतपुर के डेहरा मोड़ (आगरा-जयपुर हाईवे) पर आयोजित जन सभा में समर्थकों के साथ भाग लूंगा."
भरतपुर CM भजनलाल का गृह जिला
हनुमान बेनीवालहनुमान बेनीवाल ने कहा कि भरतपुर राजस्थान सीएम भजनलाल शर्मा का गृह जिला है. यहां के लोग बहुत जिद्दी होते हैं. 29 जून को यहीं जाट समाज हुंकार रैली करने वाला है, जिसकी गूंज दिल्ली तक सुनाई देगी. उन्होंने कहा कि बीजेपी-कांग्रेस सरकार में जाटों को आरक्षण दिया गया था. लेकिन, सुप्रीम कोर्ट में चुनौती चलते 9 राज्यों के साथ डीग, धौलपुर, करौली के जाटों का ओबीसी आरक्षण रद्द कर दिया था. राज्य सरकार ने एक कमेटी बनाते हुए स्टेट में जाटों को आरक्षण दिया था. आज भी केंद्र में इनको आरक्षण नहीं है. फिर से आंदोलन क आग सुलग रही है. 29 जून को जाट समाज हुंकार रैली करेगा, जिसकी की गूंज दिल्ली तक सुनाई देगी.
जयपुर-आगरा हाईवे पर होगी रैली
जयपुर-आगरा हाईवे स्थित डहरा मोउ़ पर रैली होगी. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने आंदोलन का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि जाट समाज की मांग एकदम जायज है और उन्हें आरक्षण दिया जाना चाहिए. बेनीवाल ने कहा कि वह इस आंदोलन में उपस्थिति दर्ज करवाएंगे और केंद्र सरकार से मांग मानने की अपील करेंगे.
जाट समाज की मांगें क्या हैं?
इस हुंकार रैली का नेतृत्व जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह फौजदार कर रहे हैं. इसका मकसद जाट समाज की 4 मांगों को सरकार से मनवाना है. पहली मांग- केंद्र की सरकारी नौकरियों में ओबीसी वर्ग में आरक्षण. दूसरी मांग- 2015 से 2017 तक विभिन्न विभागों में चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति. तीसरी मांग- महाराजा सूरजमल कल्याण बोर्ड का गठन. चौथी मांग- पूर्व आरक्षण आंदोलन के दौरान लगे मुकदमों को वापस लेना. हनुमान बेनीवाल ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार से अपील की है कि जाट समाज की मांग पर सकारात्मक संज्ञान लें.