Rajasthan Politics: झालावाड़ हादसे पर गहलोत का बयान, पूर्व मुख्यमंत्री ने की भजनलाल शर्मा के फैसले की तारीफ

Ashok Gehlot: गहलोत ने कहा, "राज्य की जनता को यह भरोसा भी होना चाहिए कि अधिकारी और कर्मचारी मुख्यमंत्री की बातों पर अमल करेंगे और निगरानी को गंभीरता से लेंगे."

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Jhalawar Tragedy: झालावाड़ जिले में स्कूल की छत गिरने से हुए दर्दनाक हादसे पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गहरी संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि यह बेहद दुखद घटना है. जो बच्चे इस हादसे में मारे गए हैं, उनके परिवारों पर क्या बीत रही होगी, इसकी हम सिर्फ कल्पना ही कर सकते हैं. पूर्व सीएम ने सभी सरकारी भवनों की सुरक्षा ऑडिट कराने के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के फैसले की सराहना भी की. गहलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो निर्णय लिया है वह अच्छा है.

अधिकारी-कर्मचारियों के लिए कही ये बात

पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा, "इससे राज्य की जनता को यह भरोसा भी होना चाहिए कि अधिकारी और कर्मचारी मुख्यमंत्री की बातों पर अमल करेंगे और निगरानी को गंभीरता से लेंगे. अगर ऐसा हुआ, तो यह राज्य के लिए अच्छी बात होगी, क्योंकि सतत निगरानी बेहद जरूरी है."

गहलोत ने कहा कि यह मुद्दा किसी एक पार्टी की सरकार का नहीं है, बल्कि प्रशासनिक सतर्कता और जिम्मेदार अधिकारियों-कर्मचारियों की जवाबदेही से जुड़ा है. उन्होंने कहा अगर अधिकारी और कर्मचारी सतर्क रहें, लगातार निगरानी करें तो ऐसी घटनाएं रोकी जा सकती हैं.

सरकार के इस फैसले पर की गहलोत ने बात

दरअसल, भजनलाल सरकार ने राज्य के स्कूलों, कॉलेजों, छात्रावासों, चिकित्सा संस्थानों, सरकारी दफ्तरों, सड़कों और पुलों की सुरक्षा जांच और समयबद्ध मरम्मत सुनिश्चित करने के लिए स्थायी समितियों के गठन का निर्णय लिया है. मुख्य सचिव सुधांश पंत की तरफ से इस संबंध में आदेश जारी किए हैं. सरकार ने तय किया है कि हर साल 15 जून से पहले सभी असुरक्षित भवनों और संरचनाओं की मरम्मत का कार्य पूरा किया जाएगा. ताकि मानसून से पहले संभावित जानमाल की हानि से बचा जा सके. 

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