झालावाड़ के हेड कांस्टेबल को मिलेगा गैलंट्री अवॉर्ड, जान जोखिम में डाल अंधाधुंध फायरिंग करने वाले सनकी पुलिसकर्मी से छीनी थी बंदूक

Head Constable get Gallantry Award: जेल में एक सनकी पुलिसकर्मी ने अपने ही साथियों पर अंधाधुंध फायरिंग की. इस दौरान अपनी जान जोखिम में डालकर हेड कांस्टेबल चंद्रशेखर ने मामले को कंट्रोल किया था. 

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झालावाड़ शहर कोतवाली में तैनात पुलिस कांस्टेबल चंद्रशेखर

Rajasthan News: झालावाड़ शहर कोतवाली में तैनात पुलिस कांस्टेबल चंद्रशेखर को उसकी साहसिक गतिविधियों के चलते गैलंट्री अवॉर्ड दिए जाने की सिफारिश की गई है. झालावाड़ जेल में अपने साथियों पर फायरिंग करने वाले आरोपी जवान को काबू करने वाले कॉन्स्टेबल चंद्रशेखर को गैलेंट्री प्रमोशन दिया जाएगा. पुलिस विभाग ने इसकी कवायद शुरू कर दी है. कॉन्स्टेबल चंद्रशेखर ने उस समय अपनी हिम्मत दिखाई जब एक आक्रोशित जेलकर्मी अपनी बंदूक से सात फायर कर चुका था.

जान पर खेल कर जेलकर्मी को किया काबू 

घटना के दौरान ज्यादातर जेल के जवान अपने आप को बचाने के लिए इथर से उधर दौड़ लगा रहे थे. इसी दौरान कॉन्स्टेबल चंद्रशेखर ने सूझबूझ दिखाते हुए आरोपी जेलकर्मी को काबू कर उसकी लोडेड बंदूक छीन ली, जिससे बड़ी जनहानि होने से टल गई. एसपी ऋचा तोमर ने बताया कि आरोपी जेलकर्मी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसे जेल भेज दिया गया. वहीं अपनी जान पर खेल कर आरोपी जवान को काबू में करने वाले कॉन्स्टेबल चंद्रशेखर का गैलेंट्री अवॉर्ड के लिए नाम भेजा है.

बड़ी अनहोनी होने से बचाया

SP ने बताया कि आरोपी जेल प्रहरी नरेंद्र मीणा ने शनिवार को पुलिस पर भी रायफल तान दी थी. घटना की सूचना पर एडिशनल एसपी चिरंजीलाल मीणा, झालावाड़ डिप्टी हर्षराज सिंह खरेड़ा मय जाब्ता मौके पर पहुंचे. लेकिन इस दौरान जेल का आरोपी जवान और कोतवाली पुलिसकर्मी आमने-सामने की स्थिति में आ गए.

इस दौरान कोतवाली थाने के कॉन्स्टेबल चंद्रशेखर ने अपनी जान की परवाह किए बिना सूझ-बूझ दिखाते हुए आरोपी के पास पहुंचकर उससे रायफल छुड़ाई. तब जाकर पुलिस उसे गिरफ्तार किया गया. ऐसा नहीं होता तो मौके पर बड़ी अनहोनी हो सकती थी, क्योंकि फायरिंग के बाद भी रायफल में 13 गोलियां बची हुई थीं.

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आरोपी पहले भी कर चुका है ऐसी हरकत

आरोपी पुलिसकर्मी इससे पहले भी अपने घर पर पत्नी पर बंदूक तान चुका है. बताया जाता है कि झालावाड़ में जिस राइफल से 7 राउंड फायर किए हैं. उसकी मार करीब 400 मीटर है, ऐसे में दूर खड़े व्यक्ति को भी जनहानि हो सकती थी.

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