Jhalawar News: झालावाड़ जिले के असनावर तहसील स्थित खारेखेड़ा गांव के सपूत पवन प्रजापति कल (शनिवार) सेना की ड्यूटी से लौटते समय सड़क दुर्घटना में शहीद हो गए. इस दुखद समाचार से गांव व जिलेभर में शोक की लहर दौड़ गई है. जानकारी के अनुसार, पवन प्रजापति भारतीय सेना में असम में तैनात थे. वह अपनी छुट्टियां बिताकर 15 जून को वापस ड्यूटी पर लौट रहे थे, तभी रास्ते में एक दर्दनाक हादसा हो गया, जिसमें वे शहीद हो गए.
अकेला रह गया परिवार
हादसे की खबर मिलते ही खरेखेड़ा गांव में सन्नाटा छा गया. शहीद पवन प्रजापति के परिजनों को जैसे ही सूचना मिली, वे तुरंत असम के लिए रवाना हो गए. परिवार गहरे सदमे में है, क्योंकि पवन अपने पीछे दो छोटे-छोटे बच्चे छोड़ गए हैं. उनका बड़ा बेटा करीब 5 साल का है, जबकि छोटा बेटा महज 6 महीने का है.
जिलेभर में शोक की लहर दौड़
Photo Credit: NDTV
अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब
सेना के प्रोटोकॉल के अनुसार शहीद पवन प्रजापति का पार्थिव शरीर आज (रविवार) पहले असम से हवाई मार्ग से जयपुर लाया गया. जिसके बाद सेना के जवान पवन प्रजापति की अंतिम यात्रा झालावाड़ मेडिकल कॉलेज से खारेखेड़ा गांव के लिए रवाना हुई. जिसमें लोग भारत माता की जय और पवन प्रजापति अमर रहे के नारे लगाते रहे. इस दौरान हर किसी की आंखें नम थीं.रिमझिम बारिश में बड़ी संख्या में लोग अंतिम दर्शन के लिए सड़क किनारे खड़े थे. शहीद का पार्थिव शरीर घर पहुंचते ही कोहराम मच गया. परिजन फूट-फूट कर रोने लगे.
तिरंगे में लिपटे पति के शव को देख पत्नी हुई बेसुध
इसके बाद, उनके पार्थिव शरीर को पैतृक गांव खरेखेड़ा लाया गया. जहां उनकी पत्नी पूजा तिरंगे में लिपटे पति के शव को देखकर बेसुध हो गई. जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया.
21 तोपों की सलामी
Photo Credit: NDTV
21 तोपों की दी गई सलामी
अंतिम संस्कार स्थल पर शहीद की रेजिमेंट के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया और 21 तोपों की सलामी दी गई. अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सांसद दुष्यंत सिंह, खानपुर विधायक सुरेश गुर्जर, मनोहर थाना विधायक गोविंद रानी पुरिया समेत कई नेताओं से शहीद को श्रद्धांजलि दी.
यह भी पढ़ें: Rajasthan: पैसे के लालच में किराए पर दिए बैंक अकाउंट, 110 से अधिक खातों में मिला संदिग्ध ट्रांजैक्शन