नगर परिषद की लापरवाही ने ली बैंक कर्मी की जान, 6 महीने पहले हुई थी युवक की शादी

झालावाड़ शहर के सिटी फोर लेन पर जगह-जगह खुले नाले लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ. वहीं अब इस लापरवाही से एक बैंक कर्मी की जान चली गई.

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Rajasthan News: राजस्थान के झालावाड़ शहर में नगर परिषद की लापरवाही से एक बैंक कर्मी की जान चली गई. यह घटना बुधवार (11 सितंबर) रात को हुई. दरअसल, झालावाड़ शहर के सिटी फोर लेन पर जगह-जगह खुले नाले लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ. खुले नाले के ढक्कन से आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है. लेकिन इसके बावजूद नाले के ढक्कन बंद न करने की बड़ी लापरवाही की गई, इस वजह से एक युवक को जान से हाथ धोना पड़ा. वहीं युवक का साथी गंभीर रूप से घायल हो गया.

झालावाड़ शहर में सिटी फोर लेन पर झालरापाटन मार्ग पर SBI बैंक के नजदीक सर्विस लेने पर नाले के खुले ढक्कन के स्लैब से टकराकर एक बाइक अनियंत्रित हो गई. बाइक पर दो लोग सवार थे और दोनों ही बुरी तरह घायल हो गए. इसमें से एक युवक की मौत हो गई जबकि दूसरे का इलाज अस्पताल में चल रहा है. मृत युवक एक निजी बैंक में काम करता था.

खाना खाकर घर लौट रहे थे दोनों दोस्त

हिमांशु और रवि नाम के दो दोस्त बाइक से कोटा रोड स्थित एक ढाबे पर खाना खाकर अपने घर की तरफ जा रहे थे. इसी बीच सर्विस रोड से जाते समय खुले नाले में बाइक अंधेरे के कारण नाले के ढक्कन से अनियंत्रित होकर टकराने से दोनों गंभीर घायल हो गए, घटना के बाद हिमांशु (30)पुत्र विष्णु व्यास निवासी डग व रवि (25)पुत्र चंद्रप्रकाश निवासी झालावाड़ को  झालावाड़ अस्पताल लाया गया लेकिन डॉक्टर ने जांच के बाद हिमांशु को मृत घोषित कर दिया. जबकि रवि गुर्जर का इलाज चल रहा है

मृतक हिमांशु और उसका दोस्त रवि गुर्जर एक निजी बैंक में काम करते थे, मृतक हिमांशु का विवाह 6 महीने पहले ही पास के ही तनोडिया गांव में हुआ था. झालावाड़ में करीब 3 साल से किराए के मकान में रहता था. 

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हिमांशु की मौत का जिम्मेदार कौन

झालावाड़ शहर में करीब 4 किलोमीटर तक इलाके में नाला बना हुआ है. जबकि नालों के ऊपर लगे ढक्कन लापरवाही के चलते जगह-जगह टूटे और खुले हुए हैं, जो हादसों को आमंत्रण दे रहे हैं. इसकी शिकायत भी की जा चुकी है. लेकिन इसके बावजूद नगर परिषद की ओर से लापरवाही बरती जा रही और नाले की ढक्कन की मरम्मत नहीं कराई जा रही है. अगर यह काम ठीक से किया गया होता तो हिमांशु की मौत शायद नहीं होती.

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