Rajasthan News: झालावाड़ जिले के कई क्षेत्रों में बरसात के पहले चरण में जरूरत से ज़्यादा पानी बरस जाने के चलते कई इलाकों में सोयाबीन की फसल बर्बाद हो गई है. किसानों ने बताया कि दो बार सोयाबीन की बुवाई की गई किंतु दोनों ही बार ज़्यादा पानी बरस जाने से खेतों में जल भराव हो गया और फसल गल कर बर्बाद हो गई. किसानों का कहना है कि अब तीसरी बार बुवाई करने की हिम्मत उनमें नहीं बची है. ऐसे में अब अगली फसल तक इंतजार करने के अलावा उनके पास कोई और चारा नहीं बचा है. किसानों का कहना है कि उन्हें काफी नुकसान हो गया है तथा उनकी मेहनत और लागत मिट्टी में मिल गई है.
दूसरी बार की मेहनत भी बर्बाद
जानकारी के लिए आपको बता दें कि झालावाड़ और आसपास के क्षेत्र में सोयाबीन की फसल भरपूर मात्रा में होती है, यहां बारिश के पहले दौर के शुरू होने से पहले खेतों को तैयार कर लिया जाता है और 15 जून से बुवाई शुरू कर दी जाती है, लेकिन इस बार शुरुआती दौर में ही जरूरत से ज्यादा बारिश हो गई जिसके चलते फसल में पूरा अंकुरण नहीं हो पाया और फसल खराब हो गई.
जब बारिश थमी और तापमान में कुछ बढ़ोतरी हुई तो किसानों ने फिर से सोयाबीन की बुवाई की. लेकिन उसके बाद जब फिर से बारिश का दौर चला तो फिर से काफी ज्यादा बरसात हो गई, जिसके चलते दूसरी बुवाई की फसल भी नष्ट हो गई.
पहले ही हो चुका है काफी नुकसान
झालावाड़ जिले में इस बार अनियमित और बेतुकी बरसात के चलते सोयाबीन की फसल शुरुआती दौर में ही काफी ज्यादा बिगड़ गई है. ऐसे में इस बार सोयाबीन का उत्पादन काफी प्रभावित होने की संभावना है. अधिकांश किसान तीसरी बुवाई करने को तैयार नहीं है, क्योंकि उन्हें पहले ही बहुत नुकसान हो चुका है.
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