झारखंड की नाबालिग लड़की को पुलिस ने अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुड़ाया

बचपन बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ताओं ने पुलिस की मदद से गुरूवार देर रात प्रेमनगर अफोर्डेबल सोसायटी के एक घर से पीड़ित लड़की और उसकी मां को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बचाया. आरोपी कथित तौर पर 5 लाख रुपए में नाबालिग की शादी कराने के लिए बातचीत कर रहे थे.

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प्रतीकात्मक तस्वीर
KOTA:

जिले में रविवार को कोटा पुलिस ने एक नाबालिग लड़की का अपहरण करने और उसे बेचने की कोशिश करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों के मुताबिक एक घर में बंद करके रखी गई अपहृत नाबालिग लड़की की उम्र 17 वर्ष बताई है. गत गुरूवार को मौके पर पहुंची पुलिस ने नाबालिग लड़की और उसकी मां का रेस्क्यू करने में कामयाब हुई. 

नाबालिग की शादी कराने के प्रयास में थे आरोपी

रिपोर्ट के मुताबिक बचपन बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ताओं ने पुलिस की मदद से गुरूवार देर रात प्रेमनगर अफोर्डेबल सोसायटी के एक घर से पीड़ित लड़की और उसकी मां को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बचाया. पुलिस अधीक्षक (शहर) शरद चौधरी ने बताया कि उस समय आरोपी कथित तौर पर 5 लाख रुपए में नाबालिग की शादी कराने के लिए बातचीत कर रहे थे.

लड़की व उसकी मां को 24 अगस्त को कोटा लाया गया

पुलिस ने बताया कि लड़की और उसकी मां को 24 अगस्त को कोटा लाया गया और विभिन्न स्थानों पर बंधक बनाकर रखा गया. बचपन बचाओ आंदोलन के निदेशक मनीष शर्मा ने बताया कि इस दौरान तीन दलालों ने कथित तौर पर पांच लाख रुपए में लड़की की शादी कराने का प्रयास भी किया.

पुलिस द्वारा की गई आरोपियों की पहचान

नाबालिग लड़की का अपहरण कर उसे बेचने की कोशिश करने वाले तीनों आरोपियों की पहचान क्रमशः राजेंद्र मंडल उर्फ राजू, हरला (गिरिडीह, झारखंड)) रवि कुमार (झारखंड) और स्थानीय निवासी ललित माहेश्वरी (39) के रूप में हुई है. इन तीनों आरोपियों को पुलिस ने गत शनिवार को गिरफ्तार किया .

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