झुंझुनूं किडनी कांड: मंत्री अविनाश गहलोत के आश्वासन के बाद धरना समाप्त, कल होगा पोस्टमार्टम

मंत्री अविनाश गहलोत ने परिवार के लोगों के साथ एक प्रतिनिधिमंडल को जयपुर बुलाया है. साथ ही आश्वस्त किया है कि उन्हें मुख्यमंत्री से मिलाकर अधिक से अधिक सहयोग दिलाने का काम किया जाएगा.

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Rajasthan News: झुंझुनूं के चर्चित किडनी कांड को लेकर चल रहा धरना और प्रदर्शन बुधवार को समाप्त हो गया है. प्रभारी मंत्री अविनाश गहलोत से धरना दे रहे लोगों से बातचीत और हर संभल सहयोग दिलाने के आश्वासन के बाद धरना समाप्त हुआ. साथ ही अविनाश गहलोत ने परिवार के लोगों के साथ एक प्रतिनिधिमंडल को जयपुर बुलाया है. वहीं, मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष इमरान बड़गुर्जर ने बताया कि अब गुरूवार को एक प्रतिनिधिमंडल जयपुर जाएगा. जहां पर पोस्टमार्टम के बाद ईद बानो का शव नूआं लाया जाएगा. 

मंत्री के आश्वासन के बाद धरना समाप्त

किडनी कांड से प्रभावित परिवार की मांग को लेकर तीसरे दिन झुंझुनूं कलेक्ट्रेट के सामने परिजन बारिश में भी धरने पर डटे रहे. उधर जयपुर के एसएमएस अस्पताल में चौथे दिन मृतक महिला के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका. प्रशासन की तरफ कोई ठोस जवाब नहीं मिलने के कारण तीसरे दिन धरना जारी रहा. हालांकि, बुधवार को जिले के दौरे पर रहे प्रभारी व समाज कल्याण मंत्री अविनाश गहलोत की धरना दे रहे लोगों से सर्किट हाउस में वार्ता हुई, जिसमें विभिन्न मांगों को लेकर चर्चा की गई.

मंत्री अविनाश गहलोत ने परिवार के लोगों के साथ एक प्रतिनिधिमंडल को जयपुर बुलाया है. साथ ही आश्वस्त किया है कि उन्हें मुख्यमंत्री से मिलाकर अधिक से अधिक सहयोग दिलाने का काम किया जाएगा. इसके अलावा मृतक ईद बानो के पति को संविदा पर नौकरी के साथ-साथ डेयरी बूथ का आवंटन किया जाएगा, ताकि वह अपना घर चला सके. बच्चों की पढाई, डॉक्टर के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला समेत अन्य मांगों को लेकर कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद धरना उठा लिया गया.

जयपुर जाएगा एक प्रतिनिधिमंडल

मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष इमरान बड़गुर्जर ने बताया कि अब गुरूवार को एक प्रतिनिधिमंडल जयपुर जाएगा, जहां पर पोस्टमार्टम के बाद ईद बानो का शव नूआं लाया जाएगा और सुपुर्द ए खाक किया जाएगा. इससे पहले आज धरना स्थल पर मंडावा विधायक रीटा चौधरी भी पहुंची. जिन्होंने परिवार को हरसंभव मदद दिलाने के अलावा आवास की व्यवस्था करवाने का आश्वासन दिया था. 

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दरअसल,  झुंझुनूं जिला मुख्यालय के धनखड़ अस्पताल में डॉ. संजय धनखड़ ने नूआं निवासी ईद बानो का ऑपरेशन किया था. जिसमें उन्हें ईद बानो की संक्रमित किडनी निकालनी थी, लेकिन बगैर यूरोलॉजिस्ट और एनेस्थेटिक के ही डॉ. धनखड़ ने लापरवाही से ऑपरेशन करते हुए ईद बानो की संक्रमित किडनी के बजाय स्वस्थ किडनी निकाल दी, जिससे ईद बानो की तबियत और बिगड़ गई. करीब डेढ़ महीने बाद जयपुर के एसएमएस अस्पताल में महिला की मौत हो गई थी.

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