झुंझुनूं में हुई किडनी कांड की पीड़िता ईद बानो की हालत खराब, बीकानेर से वापस लाया गया राजकीय अस्पताल

ईद बानो को पीबीएम अस्पताल बीकानेर में भर्ती कराया गया था. लेकिन वहां से भी परिजनों को निराशा हाथ लगी, इसलिए उन्होंने अपने घर नूआं आने का फैसला लिया.

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Jhunjhunu News: हाल ही में राजस्थान के झुंझुनूं में एक किडनी कांड का खुलासा हुआ था. जहां धनखड़ अस्पताल में एक महिला ईद बानो की पथरी के इलाज के दौरान खराब किडनी बताकर सही किडनी निकाल ली गई थी. इस मामले का खुलासा तब हुआ जब ईद बानो को जयपुर के एसएमएस अस्पताल में तबीयत बिगड़ने के बाद भर्ती किया गया था. इसके बाद इलाज नहीं होने की वजह से वह वापस लौट गई थीं. फिर उसे बीकानेर इलाज के लिए ले जाया गया. लेकिन धनखड़ हॉस्पिटल के संचालक डॉ. संजय धनखड़ की लापरवाही का शिकार हुई महिला ईद बानो बुधवार देर रात को वापस झुंझुनूं लाई गई है.

दरअसल मंगलवार को ईद बानो को पीबीएम अस्पताल बीकानेर में भर्ती कराया गया था. लेकिन वहां से भी परिजनों को निराशा हाथ लगी, इसलिए उन्होंने अपने घर नूआं आने का फैसला लिया. जब इसका पता जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल को लगा तो उन्होंने परिजनों की काउंसलिंग की और उन्हें हौंसला दिया.

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ईद बानो को सेप्टीसीमिया की शिकायत

इसके बाद परिजन ईद बानो को लेकर राजकीय जिला बीडीके अस्पताल पहुंचे. जहां पर ईद बानो से मिलने के लिए कलेक्टर चिन्मयी गोपाल, सीएमएचओ डॉ. राजकुमार डांगी तथा पीएमओ डॉ. संदीप पचार भी पहुंचे. सीएमएचओ डॉ. राजकुमार डांगी ने बताया कि ईद बानो की जिंदगी बचाने के लिए एसीएस शुभ्रा सिंह और कलेक्टर चिन्मयी गोपाल काफी संवेदनशली है. हमें निर्देश दिए गए है कि प्रारंभिक उपचार बीडीके अस्पताल में देने के बाद इन्हें हायर सेंटर किसी मेडिकल कॉलेज में रैफर किया जाए. ताकि कैसे भी ईद बानो की जिंदगी को बचाया जा सके. डॉ. डांगी ने कहा कि ईद बानो की कंडीशन अच्छी नहीं है. उन्हें सेप्टीसीमिया है. जो बॉडी में इंफेक्शन के कारण होता है. सैंपल लिए गए है. जिनकी रिपोर्ट सुबह तक आएगी. इसके बाद ईलाज को लेकर आगे का निर्णय लिया जाएगा.

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आपको बता दें, मामला सामने आने के बाद जांच के आदेश दिये गए थे. वहीं, मामला बढ़ता देख डॉ. संजय धनखड़ नूआं गांव ईद बानों के घर पहुंचे और परिवारवालों को अच्छे से इलाज करवाने का ऑफर दिया, लेकिन परिवारवालों ने  माना करते हुए डॉ. धनखड़ को बैरंग वापस भेज दिया. इसके बाद डॉक्टर के खिलाफ परिवारवालों ने जिला प्रशासन के मुख्यालय जाकर धरना प्रदर्शन किया. जिसके बाद कलक्टर चिन्मयी गोपाल ने परिवार वालों से मुलाकात कर पूरे मामले पर जानकारी ली.

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बता दें, ईद बानो का 15 मई का ऑपरेशन किया गया था. मामला यही से गड़बड़ा हुआ. डॉ. संजय धनखड़ ने महिला की दांईं किडनी की बजाय बांईं ओर की सही किडनी निकाल दी. और ईद बानो को  को छुट्टी दे दी थी.

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