पानी की गंभीर समस्या से जूझ रहा राजस्थान का ये इलाका, खारा पानी पीना तो दूर खाना बनाने लायक भी नहीं 

Rajasthan Salty Water: स्थानीय महिलाओं ने बताया कि कभी-कभी खारे पानी से खाना बनाना पड़ता है, जिससे स्वाद खराब हो जाता है. यहां तक कि चाय बनाने पर दूध फट जाता है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर

Jodhpur Water Problem: थार मरुस्थल के प्रवेश द्वार कहे जाने वाले जोधपुर में गर्मी ने अभी से अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं. मई-जून की तपती गर्मी से पहले ही शहर में जल संकट गहराने लगा है. खासतौर पर लूणी विधानसभा क्षेत्र की महावीर कॉलोनी में हालात बेहद खराब हैं, जहां करीब 5,000 से ज्यादा लोग पानी की भारी किल्लत का सामना कर रहे हैं.  एनडीटीवी की टीम जांच के लिए महावीर कॉलोनी पहुंची तो स्थानीय निवासियों ने बताया कि जलदाय विभाग की पाइपलाइन सड़क के लेवल से 7 से 10 फीट नीचे बिछी हुई है, जिसकी  वजह से घरों में पानी नहीं पहुंच पाता.

हालात ऐसे हैं कि लोगों को 800 से 1000 रुपये तक खर्च कर टैंकर मंगवाना पड़ता है. कई परिवार ऐसे भी हैं, जो आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं और मजबूरी में खारा पानी पीने को मजबूर हैं.  

खारे पानी से खाना बनाने को मजबूर

स्थानीय महिलाओं ने बताया कि कभी-कभी खारे पानी से खाना बनाना पड़ता है, जिससे स्वाद खराब हो जाता है. यहां तक कि चाय बनाने पर दूध फट जाता है. कई लोगों ने ट्यूबवेल खुदवाया, लेकिन वहां से भी सिर्फ खारा पानी ही निकलता है, जो पीने लायक नहीं है.  

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रात में महज एक घंटे पानी की सप्लाई

निवासियों का आरोप है कि जलदाय विभाग पानी की सप्लाई को लेकर गंभीर नहीं है. देर रात 2 से 3 बजे के बीच सिर्फ एक घंटे के लिए पानी की सप्लाई दी जाती है, जिससे जरूरत पूरी नहीं हो पाती.

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लोगों का कहना है कि इस समस्या को लेकर क्षेत्रीय विधायक और राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल को कई बार बताया गया, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकला.  

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अप्रैल तक समाधान की उम्मीद

एनडीटीवी से बातचीत में जलदाय विभाग के अधिकारी रामसिंह ने भी माना कि महावीर कॉलोनी में पानी की समस्या गंभीर है. उन्होंने बताया कि जयपुर स्तर पर इस समस्या को लेकर उच्च अधिकारियों से बातचीत हुई है और इसके स्थायी समाधान के लिए एक प्रपोजल तैयार किया गया है, जिसे समर कंटीजेंसी योजना में शामिल किया गया है.

योजना के तहत इस क्षेत्र के लिए अलग से नई पाइपलाइन बिछाई जाएगी, जिससे पानी के दबाव में सुधार होगा. रामसिंह ने उम्मीद जताई कि यह कार्य अप्रैल तक पूरा हो सकता है.  

स्थायी समाधान की आस में लोग

गर्मी के शुरुआती दौर में ही पानी की इतनी गंभीर समस्या ने स्थानीय निवासियों की परेशानी बढ़ा दी है. अब सभी की निगाहें प्रशासन पर टिकी हैं, ताकि जल्द से जल्द इस समस्या का स्थायी समाधान निकले और लोग राहत की सांस ले सकें.

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