जातरुओं की आड़ में 1 किलो सोना और 3 किलो चांदी चुराने वाली गैंग गिरफ्तार, पुलिस ने 1500 कैमरों को खंगाला

पुलिस ने कई राज्यों में धरपकड़ की. कई जगह कैंप लगा कर मामले की तह तक गए और बागरिया गैंग का भंडाफोड़ किया.

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पुलिस की गिरफ़्त में बागरिया गैंग के सदस्य
JODHPUR:

शनिवार को जोधपुर शहर के प्रतापनगर थाने से आगे कमला नेहरू नगर में 12 सितंबर को एक मकान में सेंध लगाकर एक किलो सोना, तीन किलो चांदी और नगदी चोरी के मामले का पुलिस ने खुलासा करते हुए बागरिया गैंग को पकड़ा है. पुलिस ने मामले में चोरी का सामान खरीदार समेत पांच लोगों को गिरफ़्तार किया है. आरोपी रामदेवरा मेला में जातरू बनकर आए और सूने मकान में सेेंध लगा गए थे. जांच के दौरान पुलिस ने 15 सौ से ज्यादा कैमरों को खंगाला . 

एक किलो सोना और तीन किलो चांदी पर किया था हाथ साफ 

पुलिस उपायुक्त पश्चिम गौरव यादव ने बताया कि प्रतापनगर थाना क्षेत्र के डी- 29 कमला नेहरू नगर निवासी कारोबारी राजेश जांगिड़ के मकान में 12 सितंबर को चोरों ने सेंध लगाकर वहां से एक किलो सोना, तीन किलो चांदी के साथ नगदी चुरा कर ले गए थे. चोरों का पता लगाने के लिए पुलिस की अलग-अलग टीमों का गठन किया गया. बाद में पता लगा कि ब्यावर की बागरिया गैंग का इसमें हाथ हो सकता है, इस पर पुलिस ने गहन पड़ताल करते हुए गैंग को पकड़ा है.

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गैंग के पांच लोग हुए गिरफ़्तार 

डीसीपी वेस्ट यादव ने बताया कि पुलिस की टीमों ने पीछा करते हुए बागरिया गैंग के ब्यावर के बिजयनगर रिको शास्त्री कॉलोनी के रहने वाले गोपाल पुत्र गोकूल बागरिया, धर्मराज उर्फ धर्मा पुत्र मोहन बागरिया, मोहन पुत्र रूघानाथ बागरिया और गोपाल पुत्र मगना बागरिया को पकड़ा गया है. इनके साथ ही माल खरीदने वाले भीलवाड़ा के रायला थाना इलाक़े के ओझा  मोहल्ला निवासी विनोद उर्फ गोविंद पुत्र भगवती लाल को भी गिरफ्तार कर लिया गया. इनसे अब माल बरामदगी के प्रयास किए जा रहे हैं. 

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जातरूओं की आड़ में मकानों रेकी करते थे शातिर 

एसीपी प्रतापनगर अशोक आंजणा ने बताया कि आरोपी जातरूओं की आड़ में आते थे. यह लोग अपनी बाइक्स पर झंडी लगाकर जातरूओं की भीड़ में शामिल हो जाते और दिन में रैकी करते थे. दो तीन साथी सूने मकान में प्रवेश करते फिर दो तीन साथी दूर बाइक लेकर खड़े रहते और वारदात के बाद फरार हो जाते थे. थानाधिकारी भूटाराम के अनुसार यह लोग बाइक पर ही अपने कपड़े बदल देते है. चोरी की घटना के समय यह सूने मकान में पीछे की खिडक़ी निकाल कर प्रवेश करते या फिर छत ऊपरवाले रास्ते से घुसते थे.

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कई वारदातों को दिया अंजाम 

पुलिद द्वारा अब तक की पूछताछ में पता लगा कि इन लोगों द्वारा जोधपुर के अलावा पाली, उदयपुर में भी चोरी, लूट नकबजनी की वारदातों को अंजाम दिया गया है. इसमें आरोपी गोपाल के खिलाफ जोधपुर, पाली उदयपुर में पहले से ही नकबजनी चोरी के प्रकरण सामने आ रखे है. बिजय नगर ब्यावर में हत्या मारपीट के छह प्रकरण दर्ज है. जबकि धर्मराज उर्फ धर्मा के खिलाफ चोरी, मारपीट और हत्या सहित सात प्रकरण दर्ज है. मोहन के खिलाफ मारपीट के दो प्रकरण दर्ज है. विनोद उर्फ गोविंद के खिलाफ चोरी का माल खरीदने के पांच प्रकरण सामने आ चुके है.

पुलिस दो माह से कैंप करती रहीं

गैंग को पकड़ने के लिए पुलिस कीटीमों ने बिजय नगर, गुलाबपुरा, शाहपुरा भीलवाड़ा, भिनाय, फुलियाकल्ला, रायला, नीमच, रतलाम, उज्जैन, मंदसौर, उदयपुर में कैंप किया गया. पूर्व चालानसुदा बागरियां गैग के सदस्यों से पूछताछ की गई. पूछताछ के बाद उक्त चारों बदमाश पुलिस के हाथ लग पाए.

बागरिया गैंग का पता है मारवाड़ के लोग घरों में रखते हैं आभूषण 

पुलिस उपायुक्त पश्चिम गौरव यादव ने आमजन से अपील की है कि वे अपने आभूषण या कीमती सामान को लॉकर में रखें. बागरिया गैंग को पता था कि मारवाड़ के लोग अपने आभूषण आदि घरों मे ही रखते है. इसलिए यह लोग मारवाड़ को ही नकबजनी के लिए चुनते है. इसके अलावा आभूषण को घरों में ही सुरक्षित रखा जाएं. साथ ही अनजान या संदिग्ध व्यक्ति पर हरपल नजर रखें. घरों में सीसीटीवी कैमरे लगाए ताकि ऐसी घटनाओं को खोलने के लिए आसानी बनी रहे.