चीन के साइबर ठगों के साथ राजस्थान के 4 शातिर पैसों को लगाते थे ठिकाना, 50 करोड़ रुपये विदेशी ठगों के अकाउंट में किये ट्रांसफर

चीन के साइबर ठगों के साथ मिलकर जोधपुर के चार शातिर पैसे ठिकाने लगाने का काम कर रहे थे. मामले का खुलासा विशेष अभियान ऑपरेशन साइबर शील्ड के तहत हुआ है.

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International Cyber Fraud Gang: राजस्थान में एक अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगों के गिरोह को पकड़ा गया है. यह शातिर ठग भारत में साइबर ठगी कर चीन के साइबर ठगों को पैसे ट्रांसफर करते थे. लेकिन कोटा पुलिस ने चार साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है, जो जोधपुर के रहने वाले हैं. इस मामले का खुलासा विशेष अभियान ऑपरेशन साइबर शील्ड के तहत हुआ है. जब आरोपी साइबर ठग अक्षय कुमार, रामदीन, भोम सिंह और राकेश को गिरफ्तार किया गया. यह लोग Bianance, BingX, CoinDcx और अन्य ऐप से USDT को विदेशी साइबर ठगो को ट्रांसफर कर रहे थे.

चीन के ठगों के साथ कैसे काम करते थे शातिर

इस मामले में एसपी अमृता दुहन ने बताया कि जोधपुर निवासी आरोपी अक्षय कुमार, रामदीन, भोम सिंह, और राकेश ने मिलकर चीन में बैठे साइबर ठगों के साथ गिरोह बनाकर भारत के आम नागरिकों से ठगी राशि को अन्य खातों में डलवाते थे. साथ ही उस राशि से USDT खरीदकर फिर से चीन में साइबर ठगों को भेज रहे थे. चारों शातिर स्थानीय लोगों को मोटे कमीशन का लालच देकर बैंक अकाउंट प्राप्त कर रहे थे. जिसकी डिटेल चीने के ठगों को व्हाट्सऐप और टेलीग्राम के जरिए भेज रहे थे. उन बैंक खातों में विदेशी साइबर ठगों द्वारा भारतीय लोगों से ठगी गई रुपये को ऑनलाइन ट्रांसफर किया जा रहा था. इसके बाद चारों आरोपी ठगी के पैसे से क्रिप्टो करेंसी USDT खरीदकर अपना कमीशन काटकर चीन के ठगों को ट्रांसफर कर रहे थे. यानी यह लोग ठगी की राशि को ठिकाने लगाने का काम कर रहे थे.

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कोटा पुलिस ने अलग से किया मुकदमा दर्ज

कोटा शहर के साइबर थाना पर प्रकरण संख्या 01/2025 धारा 318(4), 61(2) (बी), 111 (2) (बी) बीएनएस व 66डी आइटी एक्ट (संगठित अपराध के नये कानून के तहत) में दर्ज कर आरोपियो की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम का गठन किया.  टीम ने बैंक रिकार्ड व तकनीकी साक्ष्य एकत्रित कर अक्षय कुमार. रामदीन  राकेश, भोमसिंह को गिरफ्तार किया. एसपी ने बताया कि अभियुक्तों के जब्त किये गये 5 मोबाइल फोन की जांच में  वाटसऐप और टेलीग्राम के जरिए विदेशी मोबाइल नम्बरों से चैट के जरिए से भारतीय बैंक खातों में राशि डलवाने और उक्त राशि के बदले में USDT विदेशी साइबर ठगो को ट्रांसफर करने की चैट और स्क्रीनशॉट मौजूद पाये गये.

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50 करोड़ रुपये की USDT क्रिप्टो खरीदे

आमजन को कमीशन का लालच देकर उनके बैंक खाते प्राप्त कर ठगी की राशि को चारों आरोपियों के जरिए विदेशी ठगों से राशि  बैंक खातों में डलवाई जा रही थी. जिससे भारतीय आम लोगों को साइबर ठगी के माध्यम से नुकसान पहुंचाया जा रहा था. पुलिस की अब तक की जांच से अभियुक्तो के द्वारा अनुमानित 50 करोड रुपये के USDT किप्टो खरीदकर विदेशी साइबर ठगो को ट्रांसफर करने के साक्ष्य पाये गये हैं. केस की जांच जारी है. गिरोह में शामिल अन्य साइबर ठगों और राशि के बारे में पता किया जा रहा है.

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