Jodhpur News: जोधपुर के बासनी आद्योगिक क्षेत्र में एक ट्रांसपोर्टर के यहां पड़ताल के लिए आई डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस (डीजीजीआई) की टीम पर ट्रांसपोर्टर के आदमियों ने हमला कर दिया. मारपीट और धक्का-मुक्की हुई. सीजीएसटी टीम की गाड़ी को ट्रक से टक्कर मारी गई, तोडफ़ोड़ की गई. इतना ही नहीं, विभाग की टीम के रोकने के बावजूद ट्रांसपोर्टर अपने कार्यालय में रखे कंप्यूटर के सीपीयू तक उठा ले गए.
जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची बासनी थाना पुलिस ने मालिक को हिरासत में ले लिया है. सीपीयू ले जाने वाले की तलाश की जा रही है. जीएसटी विभाग के अधिकारी ने बासनी थाने में मामले की रिपोर्ट दी है.
थानाधिकारी नितिन दवे ने बताया कि डीजीजीआई विभाग की टीम सर्वे के लिए विश्नोई रोड करियर सहित कई जगहों पर छापेमारी की थी. सुबह करीब 8.30 बजे विश्नोई रोड करियर का मालिक इस दौरान वहां पहुंचा और वहां लगा कंप्यूटर ले जाने लगा. उस रोकने के लिए टीम ने अपना परिचय दिया, लेकिन वह नहीं रुका. एक सीपीयू छोटी गाड़ी में रखा और दूसरा ट्रक में रख दिया. दोनो गाड़ियां वहां से भेज दी. ट्रक के निकलने के सीसीटीवी के फूटेज से तलाश की जा रही है. मालिक सुनिल विश्नोई को दस्तयाब कर लिया है.
इस तरह घटी घटना
डीजीजीआई उदयपुर रीजन के सीनियर इंटेलिजेंस ऑफिसर राधेश्याम वर्मा के नेतृत्व में एक टीम विश्नोई रोड करियर के परिसर पहुंची थी. टीम में यश गोयल और अंकित अग्रवाल भी शामिल थे. वर्मा ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि सर्च करनी थी. इसके लिए ऑफिस के पास खड़े होकर इंतजार कर रहे थे. इस दौरान एक व्यक्ति जिसके बाद में पहचान सुनील विश्नोई के रूप में हुई. वह विश्नोई रोड करियर के परिसर में घुसा और वहां रखे दो कंप्यूटर से सीपीयू एक ट्रक में लाने लगा तो मैं दौडक़र वहां पहुंचा और सुनील विश्नोई को परिचय देकर एक सीपीयू वापस रखवाया.
एक सीपीयू ट्रक में था, तब सुनील विश्नोई ने ट्रक चालक से कहा कि सीपीयू सहित भाग जा और बीच में कोई आए तो उसे उड़ा देना. ट्रक चालक ने हमारे विभाग की अनुबंधित कार को टक्कर मारी और लगभग सौ मीटर तक घसीटते हुए ले गया. इस दौरान एक ऑटो रिक्शा को भी चपेट में लिया, जिससे ऑटो चालक को चोट आई.
सीपीयू भी ले भागे
विभाग की टीम को देख सुनील विश्नोई ने टीम के लोगों के साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी और राधेश्याम वर्मा को धक्का देते हुए दूर ले गया. इस दौरान उसका एक साथी ऑफिस में रखवाया गया सीपीयू भी अपनी कार से लेकर भाग गया. इसके बाद पुलिस को सूचित कर मौके पर बुलाया गया. विभागीय अधिकारी ने सरकारी कामकाज में बाधा और हत्या करने के प्रयास और सबूत को नष्ट करने के आरोप में मामला दर्ज करवाया है.
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