Rajasthan News: फर्जी तरीके से आधार और पैन कार्ड बनाकर जीएसटी फर्म रजिस्ट्रेशन करने और टैक्स चोरी करने के मामले जोधपुर पुलिस ने 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस की जांच में कई 22 राज्यों में 240 फर्जी फर्में बनाकर करीब 524 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी का पता चला है. फिलहाल सभी आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही है और पूछताछ में कई बड़े खुलासे होने की भी उम्मीद है.
ई-मित्र संचालक से पूछताछ पर खुलासा
डीसीपी वेस्ट राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि जोधपुर के मसूरिया क्षेत्र में एक ईमित्र पर फर्जी तरीके से आधार कार्ड पैन कार्ड बनाने को लेकर सूचना मिली थी. इस पर देव नगर थाना पुलिस की ओर से जानकारी जुटा गई. पुष्टि होने पर टीम की ओर से ईमित्र पर दबिश दी गई. वहां पर तलाशी के दौरान फर्जी डॉक्यूमेंट, सरकारी मोहरें आदि पाई गई. इस पर ई-मित्र संचालक प्रवीण पंवार को थाने लाकर पूछताछ की गई.
पूछताछ में पता चला कि आरोपी ई-मित्र संचालक अपने अन्य ई-मित्र संचालकों और दोस्तों के साथ मिलकर फर्जी तरीके से डॉक्यूमेंट तैयार करता था और उन्हें डॉक्यूमेंट के आधार पर फर्जी बैंक खाता भी खुलवा देता था, जिसमें जीएसटी का फर्जी रजिस्ट्रेशन करवाकर टैक्स चोरी की जा रही थी. जानकारी के अनुसार, आरोपी 10 से 20 हजार रुपए में फर्जी डॉक्यूमेंट तैयार करके देते थे.
गैंग में शामिल सीए और बैंक कर्मचारी
गैंग में कई CA और अलग-अलग बैंकों के कर्मचारियों के भी शामिल होने का संदेह है. जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि गिरोह ने कई राज्यों में 240 फर्जी फर्म बनाई थीं. गिरोह अपने पास नकली स्टाम्प रखता था, जिसका इस्तेमाल जाली पैन कार्ड बनाने के लिए किया जाता था. इनका इस्तेमाल करके वे बैंक खाते खोलते थे और जीएसटी-पंजीकृत फर्मों में लेनदेन दिखाते थे. पुलिस ने बताया कि मामले में अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
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