Jyeshtha Purnima: 108 कलश दूध से किया गया भगवान जगदीश का अभिषेक, 5 नदियों के पवित्र जल से नहलाया गया 

Udaipur News: बताया जाता है कि ज्येष्ठ पूर्णिमा के बाद 15 दिन तक एकांतवास में ठाकुरजी की देखभाल की जाएगी. मान्यता और परंपरा है कि ज्येष्ठाभिषेक के दौरान भारी गर्मी में ठंडे पानी से नहाने से उन्हें सर्दी हो जाती है.

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उदयपुर में ज्येष्ठ पूर्णिमा पर भगवान जगदीश का 108 कलश दूध से हुआ अभिषेक.

Jyeshtha Purnima 2025: ज्येष्ठ पूर्णिमा के अवसर पर आज वैष्णव मंदिरों में ठाकुरजी के स्नान यात्रा का मनोरथ हुआ है. उदयपुर में प्रसिद्ध जगदीश मंदिर में भगवान जगदीश को 108 कलश दूध से अभिषेक किया. स्नान यात्रा मनोरथ सुबह 6 बजे ही शुरू हो गया जो करीब दो घंटे तक चला जिसमें बड़ी संख्या में भक्त मंदिर पहुंचे. दूध के साथ में 5 नदियों का पवित्र पानी लाया गया था. दुग्धाभिषेक के बाद भगवान जगदीश को विशेष श्रृंगार धराया गया. भगवान की आरती के बाद खीर का वितरण किया गया. मंदिर में भक्तों ने भगवान कृष्ण के भजन गाए.

5 दिन तक एकांतवास में ठाकुरजी की देखभाल की जाएगी

बताया जाता है कि ज्येष्ठ पूर्णिमा के बाद 15 दिन तक एकांतवास में ठाकुरजी की देखभाल की जाएगी. मान्यता और परंपरा है कि ज्येष्ठाभिषेक के दौरान भारी गर्मी में ठंडे पानी से नहाने से उन्हें सर्दी हो जाती है. ठाकुरजी अपने भक्त माधवदास की बीमारी से रुग्ण हो जाते हैं. एकांतवास के दौरान उनके लिए औषधीय नैवेद्य चढ़ाए जाते है.

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27 जून को दर्शन के दौरान बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ रहती है

एक पखवाड़े तक विश्राम करने के बाद ठाकुरजी आषाढ़ शुक्ल द्वितीया पर सर्व सामान्य को दर्शन देंगे. 27 जून को दर्शन के दौरान बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ रहती है. इस दिन की परंपरा के अनुसार भगवान जगदीश अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ रथयात्रा पर निकलेंगे. रथयात्रा का महोत्सव उदयपुर के खास फेस्टिवल के से एक माना जाता है.

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