Rajasthan News: उत्तर भारत के प्रसिद्ध शक्ति पीठ कैलादेवी में लक्खी मेले से पहले करौली प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने की तैयारी शुरू कर दी है. नगर प्रशासन ने एनएच 11बी समेत कई जगहों पर अस्थाई अतिक्रमण के खिलाफ नोटिस जारी किए हैं. अगर तीन दिनों के भीतर अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो प्रशासन जेसीबी और बुलडोजर से कार्रवाई करेगा. नगर परिषद आयुक्त प्रेमराज मीणा ने बताया कि कैलादेवी मेले के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं, जिससे यातायात व्यवस्था प्रभावित होती है. इसी वजह से मासलपुर चुंगी से कैलादेवी मोड़ तक अवैध अतिक्रमण हटाने के आदेश दिया गए है.
27 मार्च से शुरू होगा कैलादेवी लक्खी मेला
कैलादेवी लक्खी मेला 27 मार्च से शुरू होकर 13 अप्रैल तक चलेगा. यह मेला उत्तर भारत के प्रमुख धार्मिक मेलों में से एक है, जिसमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, दिल्ली सहित विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं. कैलादेवी ट्रस्ट के संचालक विवेक द्विवेदी ने बताया कि मेला 17 दिन तक आधिकारिक रूप से आयोजित किया जाएगा, जिसके लिए मंदिर ट्रस्ट और प्रशासन पूरी तरह तैयार है.
शहर में अवैध अतिक्रमण हटाने का अभियान
नगर परिषद ने दुकानदारों और मकान मालिकों को निर्देश दिया है कि वे अपने प्रतिष्ठानों के आगे लगे टीनशेड, तख्त, टेबल, स्टूल, पाइप आदि अतिक्रमण को स्वयं हटा लें. अगर अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो नगर परिषद का अतिक्रमण दस्ता बुलडोजर से कार्रवाई करेगा. प्रशासन ने साफ किया है कि इस दौरान हुए नुकसान के लिए दुकानदार या मालिक खुद जिम्मेदार होंगे.
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रोडवेज बसों का संचालन
कैलादेवी मेले में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए राजस्थान रोडवेज 24 मार्च से 15 अप्रैल तक 350 विशेष बसें संचालित करेगा. राजस्थान परिवहन निगम के जयपुर मुख्यालय से प्रदेश के 45 डिपो की बसों को मेले के लिए लगाया गया है. इनमें हिंडौन डिपो की 25 और लोहागढ़ डिपो की 23 बसें शामिल होंगी, ताकि श्रद्धालुओं को आवाजाही में किसी तरह की परेशानी न हो.
प्रशासन ने की श्रद्धालुओं से अपील
प्रशासन ने श्रद्धालुओं और स्थानीय व्यापारियों से सहयोग की अपील की है, ताकि मेला सुचारू रूप से संपन्न हो सके. नगर परिषद ने दुकानदारों को अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए हैं, जिससे यातायात व्यवस्था बनी रहे और श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो. प्रशासन का कहना है कि इस कार्रवाई का उद्देश्य केवल व्यवस्था बनाए रखना है, न कि किसी को नुकसान पहुंचाना.
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