करौली: सेवर जेल में बंद युवक की मौत के बाद बवाल, मुआवजे पर बनी सहमति, 8 घंटे बाद खुला जाम

करीब 7 घंटे तक चले धरने के बाद एक प्रतिनिधिमंडल कलेक्ट्रेट पहुंचा, जहां कलेक्टर और एसपी से बातचीत हुई. इस मीटिंग के बाद प्रशासन ने परिजनों को नियमानुसार मुआवजा, उच्च स्तरीय जांच और सरकारी योजनाओं का लाभ देने का आश्वासन दिया.

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मुआवजे की मांग पर हाईवे जाम के दौरान की तस्वीर.

Rajasthan News: राजस्थान के करौली जिले की सेवर जेल (Sewar Jail) में बंद एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद जिले में तनावपूर्ण हालात बन गए. मृतक युवक को पॉक्सो एक्ट के तहत कोर्ट ने दोषी करार दिया था. जेल प्रशासन का कहना है कि युवक ने बैरिक में फांसी लगाकर आत्महत्या (Suicide) की, लेकिन परिजनों ने इसे संदिग्ध मानते हुए जिला स्पेशल टीम (DST) और जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया.

मुआवजे के लिए जाम किया हाईवे

घटना से आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने करौली-सरमथुरा मार्ग स्थित NH-23 पर कोंडर मोड़ पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया. करीब 8 घंटे तक चले इस धरने के कारण यातायात पूरी तरह से ठप रहा. प्रदर्शनकारियों ने दोषियों के निलंबन, 50 लाख रुपये मुआवजा, मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी और अन्य राहतों की मांग की.

पूर्व मंत्री-विधायक भी हुए शामिल

धरने में पूर्व मंत्री रमेश चंद मीना, पूर्व विधायक लाखन सिंह मीना और कई अन्य जनप्रतिनिधि शामिल हुए. वहीं, प्रशासन की ओर से एडीएम हेमराज परिडवाल, एसडीएम प्रेमराज मीना, तहसीलदार महेंद्र सिंह गुर्जर, एएसपी गुमनाराम जाट और डिप्टी अनुज शुभम के नेतृत्व में भारी पुलिस बल मौके पर तैनात रहा.

नियमानुसार मुआवजे पर सहमति

करीब 7 घंटे तक चले धरने के बाद एक प्रतिनिधिमंडल कलेक्ट्रेट पहुंचा, जहां कलेक्टर और एसपी से बातचीत हुई. इस मीटिंग के बाद प्रशासन ने परिजनों को नियमानुसार मुआवजा, उच्च स्तरीय जांच और सरकारी योजनाओं का लाभ देने का आश्वासन दिया, जिसके बाद धरना समाप्त कर दिया गया और यातायात बहाल हुआ. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.

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