Karauli News: किसानों की मदद और पूर्वी राजस्थान में पानी की कमी से निपटने के लिए भजनलाल सरकार लगातार प्रदेश में आम लोगों को राहत पहुंचाने में जुटी हुई है. प्रदेश के करौली जिले के सबसे बड़े मिट्टी के बांध पांचना बांध पर पर्यटन स्थल बनाने को लेकर सोशल मीडिया के जरिए जागरूकता फैला रही है. शहर और गांव में अलग-अलग वॉट्सऐप ग्रुप बनाकर लोगों को उनसे जोड़कर लोगों को जागरूक करने में जुटी है.राज्य सरकार के प्रयासों को देखते हुए अब जिला प्रशासन भी हरकत में आ गया है. उसने संबंधित विभाग के अधिकारियों को बांध क्षेत्र का निरीक्षण करने के लिए भेजकर रिपोर्ट का प्रारूप तैयार कर लिया है.
रोजगार की जगी उम्मीद
पर्यटन विकास समिति के पप्पू बैंसला और भानु प्रताप सिंह का कहना है कि पिछले काफी समय से इस मिट्टी के बांध को पर्यटन स्थल बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे थे, क्योंकि इसके बनने से जिले में रोजगार के अवसर मिलेंगे. उन्होंने आगे बताया कि इसके लिए पूर्व में भी कई बार आईएएस अधिकारियों, मंत्रियों, कमिश्नर को पत्र लिखा जा चुका है. जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया. और जिले के तीन संबंधित विभागों सार्वजनिक निर्माण, पर्यटन विभाग व जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने पांचना बांध पहुंचकर आसपास की जमीनों का निरीक्षण किया. साथ ही इसे पर्यटन स्थल बनाने के लिए रिपोर्ट तैयार की गई. इस दौरान पांचना बांध पर पर्यटकों के लिए विभिन्न सुविधाएं व गतिविधियां विकसित करने के लिए विस्तृत चर्चा की गई.
पांचना बांध पर पर्यटन स्थल बनाने तैयारी
करौली के लोकप्रिय बांध को पर्यटन स्थल बनाने की मांग पर जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है. इसके तहत जल संसाधन विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग, पर्यटन विभाग सहित कई विभागों के अधिकारियों की पांचना बांध के गेस्ट हाउस में बैठक हुई. जिसमें बांध क्षेत्र की भूमि पर संसाधनों व पर्यटन संबंधी सुविधाओं पर विस्तृत चर्चा की गई. इस दौरान पर्यटन विभाग के उपनिदेशक मधुसूदन सिंह, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता, जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता सुशील कुमार गुप्ता, पर्यटन विकास समिति के भानुप्रताप सिंह, पप्पू बैंसला सहित अन्य मौजूद रहे.