Pushkar Sarosvar holy dip in Kartik Purnima: कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर बुधवार को तीर्थराज पुष्कर (Tirtharaj Pushkar) में आस्था का सागर उमड़ पड़ा. दुर्धरा से पड़ रही हल्की ठंड के बीच भी श्रद्धालुओं का उत्साह देखने लायक था.ब्रह्ममुहूर्त से ही लाखों श्रद्धालु, साधु-संत और महिला-पुरुष श्रद्धालु पवित्र पुष्कर सरोवर(Pushkarr Sarovar) के 52 घाटों पर पहुच गए और सर्द हवाओं के बीच आस्था की डुबकी लगाई. सरोवर के आसपास का वातावरण "हर-हर महादेव" और "जय ब्रह्म देव" के जयकारों से गूंज उठा.
ब्रह्मा जी के कमल से हुई थी पुष्कर की रचना
पुष्कर निवासी शशिकांत शर्मा के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के दिन पुष्कर सरोवर में स्नान करने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है. धार्मिक मान्यता है कि इसी दिन भगवान ब्रह्मा ने पुष्कर तीर्थ सरोवर में पूजा की थी.
देश भर से आए श्रद्धालु सूर्योदय से पहले स्नान करके ब्रह्मा मंदिर में पूजा-अर्चना करते हैं और दीपदान कर अपने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना करते हैं.
पुष्कर सरोवर में भक्तों ने लगाई आस्था की डुबकी
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साधु-संतों के स्नान और आरती से गूंजे घाट, भक्ति में डूबा पुष्कर
स्नान और दीपदान पर्व के अवसर पर साधु-संतों ने भी पुष्कर सरोवर में आस्था की डुबकी लगाई और विशेष पूजा-अर्चना की. घाटों पर वैदिक मंत्रोच्चार, आरती और दीपदान का अद्भुत संगम देखने को मिला. श्रद्धालुओं ने सरोवर के जल में स्नान कर भक्ति और शांति का अनुभव किया. चारों ओर जगमगाते दीपों और भजन-कीर्तनों की ध्वनि से पूरा वातावरण आध्यात्मिक रंगों से सराबोर हो गया। कार्तिक पूर्णिमा पर यह स्नान पुष्कर की आध्यात्मिक पहचान और हिंदू आस्था का अद्भुत संगम बन गया.
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