Rajasthan News: केदारनाथ हेलीकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले पायलट राजवीर सिंह चौहान का शव मंगलवार सुबह राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्थित उनके आवास पर पहुंच गया. कुछ देर बाद अंतिम यात्रा शुरू हुई, जिसमें राजस्थान सरकार के मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भी शामिल हुए. मृतक पायलट की पत्नी सेना की ड्रेस में अपने पति की तस्वीर लेकर आगे चलीं. इस दौरान अंतिम दर्शन के लिए उमड़ी भारी भीड़ में वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे गूंजते रहे.
'वह एक महान अधिकारी थे'
मृतक पायलट राजवीर को श्रद्धांजलि देने के बाद मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा, 'पायलट राजवीर बहुत कम उम्र में हमें छोड़कर चले गए. इसके बावजूद मां की ताकत देखिए. उन्होंने वंदे मातरम, भारत माता की जय का नारा लगाया. ऐसी माताओं की वजह से ही भारत मजबूत है. पायलट राजवीर एक मजबूत और महान अधिकारी थे. उनकी पत्नी भी एक सैनिक हैं. वह अपने पीछे दो बच्चे छोड़ गए हैं. भगवान परिवार को दुख सहने की शक्ति दे.'
रविवार को हुआ था हादसा
बताते चलें कि 'आर्यन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड' का एक हेलीकॉप्टर रविवार को केदारनाथ से लौटते समय गौरीकुंड के जंगलों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और उसमें आग लग गई थी. इस वजह से उसमें सवार श्रद्धालुओं और पायलट समेत सभी 7 लोगों की मौत हो गई थी. श्रद्धालुओं में दो साल की एक बच्ची भी शामिल थी.
जयपुर में पायलट राजवीर के अंतिम संस्कार के दौरान की भावुक कर देने वाली तस्वीर.
Photo Credit: NDTV Reporter
अंगूठी और घड़ी देकर पहचान
हेलीकॉप्टर क्रैश में राजवीर की लाश बुरी तरह झुलस गई थी, इसलिए परिजनों को अंतिम दर्शन के समय उनका चेहरा नहीं दिखाया गया. बड़े भाई चंद्रवीर ने अंगूठी और घड़ी देखकर ही भाई की पहचान की. पुलिस ने पुष्टि के लिए राजवीर और चंद्रवीर के डीएनए की जांच के लिए नमूने भी लिए. परिजनों को राजवीर का चेहरा अंतिम बार देखने की अनुमति नहीं दी गई.
4 महीने पहले बने थे जुड़वां बच्चों के पिता
जयपुर के चांदपोल स्थित मोक्षधाम में आज पायलट राजवीर का अंतिम संस्कार किया गया. राजवीर सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद से रिटायर हुए थे और चार माह पहले ही जुड़वां बच्चों के पिता बने थे. उनकी पत्नी लेफ्टिनेंट कर्नल दीपिका चौहान भी भारतीय सेना में अधिकारी हैं. इस अंतिम यात्रा में वर्दी में शामिल हुई है. मृतक पायलट के पिता गोविंद सिंह चौहान ने नम आंखों से कहा हमारे परिवार पर वज्र पड़ा है, हम टूट चुके हैं.
सितंबर 2024 में लिया था रिटायरमेंट
राजवीर सिंह चौहान ने भारतीय सेना में लगभग 15 वर्ष तक सेवा दी थीं. शुरू में आर्टिलरी रेजिमेंट में रहने वाले राजवीर बाद में सेना की एविशन विंग से जुड़ गए. पठानकोट में तैनात रहते हुए उन्होंने कई जोखिम भरे मिशनों में हिस्सा लिया. सितंबर 2024 में, उन्होंने रिटायरमेंट लेकर निजी क्षेत्र की हेलीकॉप्टर कंपनी आर्यन एविएशन में पायलट का पद संभाला था.
सीएम ने जताया गहरा शोक
राजवीर की मौत की खबर से पूरे इलाके में मातम छा गया. शास्त्री नगर स्थित उनके आवास पर सुबह से ही रिश्तेदारों और पड़ोसियों का तांता लगा रहा. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया और दिवंगत आत्मा की शांति की कामना की. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी राजवीर सिंह के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की.
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