खाटूश्यामजी में 'गेट' पर बवाल: अस्पताल चौराहे पर प्रदर्शन, नाराज लोगों ने कहा- 'कैद नहीं होने देंगे'

Khatu Shyam Mandir, Rajasthan: प्रशासन की तरफ से खाटूश्यामजी क्षेत्र एवं मेला परिसर में व्यवस्थाओं को बेहतर करने के लिए दो दर्जन से ज्यादा गेट लगाना प्रस्तावित है. इसी का स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं.

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खाटूश्यामजी: मंदिर के पास गेट लगाने पर बवाल, स्थानीय लोग विरोध में उतरे, पुलिस से भी हुई बहस
NDTV Reporter

Rajasthan News: राजस्थान के आस्था धाम खाटूश्यामजी (Khatu Shyam Ji) में अब भगवान के भक्तों की भीड़ के साथ-साथ एक नया विवाद भी चर्चा में है. यह विवाद है अस्पताल चौराहे पर एक स्थाई गेट लगाने का. जिला और नगर पालिका प्रशासन का कहना है कि यह कदम भक्तों की बेकाबू भीड़ को संभालने और ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए जरूरी है, लेकिन स्थानीय लोग इस फैसले के सख्त खिलाफ हैं. उनका कहना है कि यह गेट उन्हें 'कैद' करने जैसा है और वे किसी भी हाल में ऐसा नहीं होने देंगे.

आम जनता की आवाजाही पर रोक का डर

खाटूश्यामजी में बाबा श्याम के दर्शन के लिए सालभर भक्तों का सैलाब उमड़ता रहता है. भीड़ को नियंत्रित करना प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है. इसी चुनौती से निपटने के लिए प्रशासन ने कस्बे के सबसे व्यस्त चौराहे, जिसे 'अस्पताल चौराहा' भी कहते हैं, पर एक स्थाई गेट लगाने की योजना बनाई है. लेकिन जैसे ही इस योजना पर काम शुरू हुआ, स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. लोगों का सबसे बड़ा डर यह है कि यह गेट सिर्फ भीड़ के समय ही नहीं, बल्कि हर समय लगा रहेगा, जिससे आम जनता की आवाजाही पर रोक लग जाएगी. स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि प्रशासन यह गेट लगाकर उन्हें उनके ही शहर में कैद करना चाहता है.

स्कूल, अस्पताल और आम रास्ता... सबकी चिंता

प्रदर्शनकारियों ने अपनी बात रखते हुए कई अहम सवाल उठाए. स्थानीय निवासी छोटू सिंह शेरावत ने कहा, 'यह सिर्फ एक गेट नहीं है, यह हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का सवाल है.' उन्होंने बताया कि यह चौराहा स्कूल जाने वाले बच्चों, अस्पताल में आने-जाने वाले मरीजों और आम खाटू वासियों के लिए मुख्य मार्ग है. अगर इस रास्ते को गेट लगाकर बंद कर दिया गया, तो लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ेगा. खासकर इमरजेंसी की स्थिति में, अस्पताल तक पहुंचने में बहुत दिक्कत आएगी.

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मामले से जुड़े कुछ बड़े सवाल:- 

Q1. खाटूश्यामजी में गेट लगाने का विरोध क्यों हो रहा है?
A. स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं क्योंकि यह गेट अस्पताल, स्कूल और उनके घरों तक जाने वाले मुख्य रास्ते पर लगाया जा रहा है. उनका मानना है कि इससे रोजमर्रा की जिंदगी में भारी असुविधा होगी और आपातकालीन स्थिति में भी दिक्कत आएगी.

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Q2. प्रशासन इस गेट को क्यों लगाना चाहता है?
A. प्रशासन का कहना है कि यह गेट भक्तों की लगातार बढ़ती भीड़ और ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए जरूरी है, ताकि व्यवस्था बनी रहे और कोई बड़ा हादसा न हो.

Q3. क्या यह विरोध प्रदर्शन अभी भी जारी है?
A. खबर लिखे जाने तक, स्थानीय लोग विरोध पर अड़े हुए हैं.ग्रामीणों और प्रशासन के बीच बातचीत का दौर चल रहा है, लेकिन कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है.

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भाजपा नेता ने कलेक्टर को दी आंदोलन की चेतावनी

खाटू के नगर भाजपा मंडल अध्यक्ष मुकेश रामूका ने भी जिला कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन लिखकर इस गेट को तुरंत रोकने की मांग की है. उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन नहीं माना तो आंदोलन और तेज किया जाएगा. व्यापार मंडल के सदस्यों और युवा नेता संजय तिवारी ने भी इस फैसले को प्रशासन की 'हठधर्मिता' करार दिया है.

पुलिस की समझाइश भी फेल, आज बड़ा प्रदर्शन

जब विरोध प्रदर्शन उग्र होने लगा, तो खाटू थानाधिकारी पवन चौबे पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने लोगों को शांत करने और समझाने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारी उनकी बातों से संतुष्ट नहीं हुए. देर रात तक ग्रामीणों और प्रशासन के बीच बातचीत का दौर चला, लेकिन कोई हल नहीं निकल पाया. स्थानीय लोग अपनी एक ही मांग पर अड़े रहे कि यह गेट नहीं लगना चाहिए. आज यानी शनिवार को यहां बड़ा प्रदर्शन होने की संभावना है.

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इस मामले में प्रशासन का पक्ष जानने के लिए एसडीएम मोनिका से बातचीत करने की कोशिश की गई, मगर उन्होंने फोन नहीं उठाया. 

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