PAPER LEAK CASE: राजस्थान में मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके वरिष्ठ बीजेपी नेता किरोड़ी लाल मीणा ने पेपर लीक मामले में एसओजी (Special Operations Group SOG) को महत्वपूर्ण सबूत सौंपे हैं और आरोप लगाया है कि इस मामले में एसओजी के एक इंस्पेक्टर और एक सिपाही की भी भूमिका है. बुधवार को एसओजी ऑफिस जाकर किरोड़ीलाल मीणा ने एडीजी वीके सिंह से मुलाकात की और पेपर लीक मामले में अहम सबूत सौंपे. उन्होंने कहा कि उन्होंने एसओजी को कई बड़े नेताओं के नाम और उनके खिलाफ सबूत दिए हैं. उन्होंने राजस्थान प्रशासनिक सेवा भर्ती परीक्षा (RAS), पुलिस की एसआई भर्ती परीक्षा (SI) और शिक्षक नियुक्ति की रीट भर्ती परीक्षा (REET) मामले से जुड़े कई दस्तावेज एसओजी को दिए.
उन्होंने कहा कि 'सबूत ऐसे हैं जिससे बड़े मगरमच्छ पकड़े जाएंगे'.उन्होंने यह भी कहा कि अगर सही तरीके से जांच हुई और सुरेश ढाका, उदाराम जैसे पेपर लीक माफिया की गिरफ्तारी हुई तो पिछली सरकार में कद्दावर रहे आधा दर्जन से अधिक नेता पकड़े जाएंगे. हालांकि उन्होंने नेताओं के नाम नहीं बताए और कहा ,"चलते सदन से कोई भाग जाए,यह ठीक नहीं होगा."
RAS की 2018 भर्ती परीक्षा में अनियमितता के आरोप
किरोड़ी लाल मीणा ने 2018 के आरएएस भर्ती परीक्षा में अनियमितता के आरोप लगाए हैं. उन्होंने राजस्थान लोक सेवा आयोग, आरपीएससी के तत्कालीन चेयरमैन शिव सिंह राठौड़ पर आरोप लगाए हैं. उन्होंने दावा किया कि कई कैंडिडेट को गलत तरीके से परीक्षा पास कराई गई. वीक्षक ने जिनके पेपर पर नोट अटेम्प्ट लिखा, उन्हें भी बाद में पेपर दिया गया, और उन्होंने परीक्षा पास की. मीणा ने कहा कि उन्होंने वर्तमान चेयरमैन संजय क्षोत्रिय के खिलाफ भी एसओजी को सबूत सौंपे हैं. किरोड़ी लाल मीणा ने आरएएस भर्ती परीक्षा 2021 में हुई गड़बड़ी की भी शिकायत की है.
किरोड़ी लाल मीणा ने कहा,"मुझे 3 जून 2024 को चिट्ठी मिली है. उसके आधार पर मैंने शिव सिंह राठौड़ के खिलाफ कई सबूत दिए हैं. शिव सिंह ने गलत तरीके से आधा दर्जन से अधिक लोगों को आरएएस बनाया है."
'SOG के इंस्पेक्टर ने नेताओं के कहने पर निर्दोष लोगों को फंसाया'
किरोड़ी लाल मीणा ने साथ ही एसओजी को पेपर लीक मामले में जेल में बंद भूपेंद्र सारण की एक चिट्ठी भी सौंपी है, जिसमें उसने एसओजी के इंस्पेक्टर मोहन पोसवाल पर 64 लाख रुपए लेने के आरोप लगाए हैं. मीणा ने कहा कि इंस्पेक्टर मोहन पोसवाल ने पिछली सरकार के कई नेताओं के कहने से कई निर्दोष लोगों को फंसाया है और कई को बचाया है. उन्होंने इंस्पेक्टर को बर्खास्त करने की मांग की.
उन्होंने कहा कि सिपाही भर्ती परीक्षा मामले में मोहन ने जांच का स्टैंडर्ड प्रोसीजर फॉलो नहीं किया. उसने जिस मोबाइल पर व्हाट्सएप के माध्यम से उसे पेपर मिला था, उसे सबूत के तौर पर पेश नहीं किया. उसने तथ्य भी छिपाए. उन्होंने आरोप लगाया कि निर्दोषों को फंसा कर और दोषियों को बचाकर इन लोगों ने करोड़ों रुपये कमाए हैं.
किरोड़ी लाल मीणा की चेतावनी- 15 दिन में कार्रवाई हो
उन्होंने सवाल किया कि जब एसओजी ही मिल गई तो जांच कैसे होगी? और साथ ही चेतावनी दी कि "अगर 15 दिनों के अंदर कार्रवाई नहीं हुई तो मैं यहीं एसओजी दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ जाऊंगा."
किरोड़ी लाल मीणा ने आरोप लगाया कि उसे उसे सूचनाएं पेपर लीक माफिया उदाराम ने दी, और मोहन ने ही सुरेश ढाका और उदाराम को फरार किया है. मीणा ने कहा, "उदाराम और सुरेश जिस दिन पकड़े जाएंगे उस दिन आधा दर्जन से अधिक नेता पकड़े जाएंगे."
किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि उन्होंने एसओजी के सामने मोहन पोसवाल के बारे में वही बातें कहीं है, जो भूपेंद्र सारण ने अपनी चिट्ठी में उन्हें भेजी हैं.
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